बॉलीवुड के इतिहास में दो तरह के कलाकार आये हैं एक जिन्हें अपने पिता या भाई से लेकर “गॉडफादर” ने सपोर्ट किया है और सहारा देकर आगे बढ़ाया होता है ।
दूसरे वो जो सिर्फ अपने दम पर ऐसा नाम कमाते हैं कि जब जब इतिहास में बेहतरीन कलाकारों की गिनती होती है तो उनका नाम लिया जाता है ऐसा ही एक नाम है “महमूद” जो अपने नाम से जाने जाते हैं।
महमूद उस एक्टर का नाम है जिसने अपने दम पर फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है,इनका जलवा ये था कि फिल्मों के पोस्टर पर इनका फोटो एक्टर से बड़ा लगाया जाता था।
इनका फ़िल्म में होना फ़िल्म के सुपरहिट होने की गारण्टी होती थी,एक वक्त ऐसा आया जब उन्होंने एक्टर से ज़्यादा फीस भी मिला करती थी।
महमूद वो कलाकार जिसने आत्महत्या करने की धमकी देकर उस लड़की से शादी की जिसकी बड़ी बहन के यहां वो नौकर था,वो एक्टर जो काम नही होने की वजह से सड़क पर अंडे बेचा करता था,है न चौकाने वाली बात लेकिन ऐसा हुआ था।
ये कलाकार उस सड़क पर अंडे बेचने और टैक्सी चलाने का काम करता था, जहां उसे एक दिन सुपरस्टार बनने के बाद चलना था,ये मामूली सा दिखने वाला महान कलाकार “महमूद” नाम से जाना गया जिन्हें अमिताभ अपना “बड़ा भाई” कहते थे।
फिल्मी दुनिया में कदम..
29 सितम्बर 1932 को जन्मे महमूद के पिता मुमताज अली एक फिल्म अभिनेता और डांसर थे,आठ भाई -बहनों में दूसरे नंबर के महमूद ने अपने करियर की शुरुआत बतौर बाल कलाकार साल 1943 में आई फिल्म ‘किस्मत’ से की थी।
इस फिल्म में उन्हें अशोक कुमार और मुमताज शांति के साथ रोल करने का मौका पाया था,यहां ही उन्होंने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा दिया था।
इस फिल्म में महमूद के अभिनय को बहुत पसंद किया गया, इसके बाद महमूद ने रुकने का नहीं सोचा,और लगातार फिल्मों में अभिनय करते नजर आये और अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में ऐसी जगह बनाई की वो आज तक जिंदा है।
महमूद की कुछ प्रमुख फिल्मों में दो बीघा जमीन, नास्तिक , सीआईडी , फंटूश , परवरिश,कैदी नंबर 911 ,दिल तेरा दीवाना, भूत बंगला,गुमनाम ,बॉम्बे टू गोवा, पत्थर के सनम ,पड़ोसन, कुंवारा बाप जैसी शानदार फिल्में शामिल हैं।
अमिताभ के डूबते करियर को संभाला
70 के शुरुआती दौर में अमिताभ बच्चन अपने करियर के शुरुआती दौर में थे और उनका करियर आगे बढ़ नही पा रहा था,उस वक़्त “महमूद भाई” यानी महमूद ने उनको सहारा दिया था।
महमूद ने सबको चौंकाते हुए युवा अमिताभ को अपनी फिल्म में लिया और युवा बच्चन को लोगों ने खूब सराहा,इस फ़िल्म में बस में एक गाने पर डांस करते बुरे वो बहुत डर रहे थे,लेकिन महमूद ने उन्हें कहा “जो चल सकता है वो नाच भी सकता है, इंशाल्लाह सब फर्स्ट क्लास होगा”
यही वो शब्द थे जिसको सुन कर अमिताभ में आत्मविश्वास बढ़ गया,और शानदार तरह से डांस किया,और अमिताभ क्या बने ये सब जानते ही हैं।
एक्टर के अलावा डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी रहें महमूद
महमूद ने फिल्म ‘भूत बंगला का निर्माण और निर्देशन दोनों किया। इसके अलावा उन्होंने छोटे नवाब और पड़ोसन का भी निर्माण किया था।
फिल्म पड़ोसन 60 के दशक की जबर्दस्त सुपर हिट साबित हुई। पड़ोसन को हिंदी सिनेमा जगत के इतिहास की बेहतरीन हास्य फिल्मों में आज भी गिना जाता है।
हिंदी सिनेमा में लगभग पांच दशक तक राज करने वाले महमूद ने मशहूर अभिनेत्री मीना कुमारी की बहन मधु से विवाह किया था,महमूद के बेटे लकी अली भी महमूद की तरह फिल्मों के जाने माने अभिनेता रह चुके हैं।
महमूद आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनका अभिनय उन्हें ज़िंदा रखे हुए है,वो हमेशा दर्शकों के दिलों में ज़िंदा हैं और हमेशा रहेंगे,हिंदी सिनेमा में दिए गए उनके अभिनय हिंदी सिनेमा हमेशा उनका कर्जदार है।