बवाल होने के बाद महिला पत्रकार के गाल छूने के मामले में तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने माफी मांग ली है. महिला पत्रकार ने राज्यपाल इस हरकत पर सोशल मीडिया पर विरोध जताया था और इसे अव्यवहारिक रवैया बताया था.
This, moments after he dismissed a barrage of questions about allegations of sexual misconduct against himself. Unprofessional behaviour – and completely uncalled for to touch a stranger without her consent, especially a woman.
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 17, 2018
Washed my face several times. Still not able to get rid of it. So agitated and angered Mr Governor Banwarilal Purohit. It might be an act of appreciation by you and grandfatherly attitude. But to me you are wrong.
— Lakshmi Subramanian (@lakhinathan) April 17, 2018
महिला पत्रकार ने लिखा था कि मैं राज्यपाल के ऐसा करने पर आहत हूं और एक महिला को बिना उसकी अनुमति के इस तरह छूना गलत है. वहीं विपक्षी दल डीएमके ने इस घटना को संवैधानिक पद पर बैठे एक व्यक्ति का अशोभनीय कृत्य करार दिया. द्रमुक की राज्यसभा सदस्य कनिमोझी ने भी ट्वीट कर गवर्नर की इस हरकत की निंदा की.
Even if the intention is above suspicion, a person who holds a public office has to understand that there is a decorum to it and violating a woman journalist’s personal space does not reflect the dignity or the respect which should be shown to any human being.
— Kanimozhi (கனிமொழி) (@KanimozhiDMK) April 17, 2018
துரதிருஷ்டவசமானது மட்டும் அல்ல . அரசியல் சட்ட பதவியில் இருப்பவரின் தகுதிக்கு துளியும் ஏற்புடையது அல்ல! https://t.co/rjywYVXQQ9
— M.K.Stalin (@mkstalin) April 17, 2018
राज्यपाल ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने किसी गलत उद्देश्य से महिला पत्रकार को नहीं छुआ था. राज्यपाल की मानें तो जिस तरह बुजुर्ग एक को बच्चे को दुलार देते हैं कुछ उसी तरह पत्रकार पर अपनापन दिखाते हुए उन्होंने गाल को छुआ था.
राजभवन से जारी सफाई पत्र में कहा गया कि अगर महिला पत्रकार को राज्यपाल के इस कदम से दुख पहुंचा है तो इसपर वो खेद प्रकट करते हैं और अपने किए पर माफी मांगते हैं.