मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में एनटीपीसी पावर प्लांट और किसानों के बीच चल रही लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा एमपी में आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग पर धरने पर बैठ गए.
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में एनटीपीसी में भूमि देने वाले आंदोलनकारी किसानों पर दर्ज मामलों को लेकर यशवंत सिन्हा क्लेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठे है. उनकी मांग है कि किसानों पर दर्ज मामले वापस लिए जाएं. उनके साथ किसान नेता शिवकुमार शर्मा कक्का गुरुवार को देर रात तक नरसिंहपुर कलेक्ट्रेट में किसानों के मामले वापस लेने की मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे.
इससे पहले भी सिन्हा पिछले साल देश की आर्थिक स्थिति को लेकर भी अपनी ही पार्टी की केन्द्र सरकार को घेरने के साथ-साथ पिछले महीने महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के किसानों की मांगों को लेकर भी अपनी ही पार्टी की महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर बागी तेवर अपना चुके हैं.
ज्ञात रहे कि, NTPC प्रोजेक्ट गाडरवारा, नरसिंहपुर में जिन किसानों की जमीन प्रोजेक्ट में रोजगार देने का वादा करके ली गई थी, उन किसानों को स्थाई रोजगार देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मज़दूर संघ अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन कर रहा हैं.
किसान नेता कक्का जी का कहना है कि, जब किसानों की खेती की जमीन को एनटीपीसी ने अधिग्रहण किया था, उस वक्त उन्हें नौकरी देने का वादा किया था. कक्काजी ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के कारण 22 दिसंबर से इस पावर प्रोजेक्ट में चल रहा काम अवरूद्ध हो गया है.
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