देश का युवा नौकरी मांग रहा है, सरकार उन्हें लाठियां दे रही है

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Sushma Tomar

दिल्ली के जंतर मंतर पर बीते मंगलवार (17 अगस्त) एसएससी जीडी के अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया था। जिसमें देश भर से छात्र शामिल हुए थे। दिल्ली पुलिस ने धरने को गैर कानूनी बताकर छात्रों को खदेड़ना शुरू किया, और इस बीच कई छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं। जिनका इलाज एआर एम एल अस्पताल में चल रहा है। वहीं “युवा हल्ला बोल” के नेता रजत यादव और ऋषभ रंजन के साथ कई अभ्यर्थियों को हिरासत में लिए जाने की भी खबर है।

जंतर मंतर पर छत्रों का हुजूम खाली पदों पर नियुक्ति और वंदे मातरम के नारों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। जहां से इन्हें बड़ी बड़ी वेन में भरकर दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने ले जाया गया। दूसरी ओर प्रदर्शन की खबरों के साथ सांसद जयंत चौधरी ने ट्वीट कर सत्ताधारी दल को होशियार रहने की नसीहत दे डाली।

 

नियुक्ति किये जाने को लेकर था धरना प्रदर्शन

प्रदर्शन कर रहे सभी छात्र 2018 में एसएससी का एग्जाम और मेडिकल क्लियर कर चुके हैं। जिसका रिज़ल्ट इसी साल फरवरी में घोषित किया जाना था। समय के अनुसार रिज़ल्ट पूरे 3 साल लेट है, वहीं छात्रों का कहना है कि रिज़ल्ट के इंताजर में अधिकतर अभ्यर्थी निर्धारित आयुसीमा को पार कर चुके हैं। लेकिन सरकार ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में खाली पड़े पदों पर अभी तक किसी की नियुक्ति नहीं कि है।इन्हीं रिक्त पदों पर नियुक्ति किये जाने को लेकर एसएससी जीडी के अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया था।

नौकरी मांग रहे युवाओं को मिली लाठी और डंडे की मार

अमर उजाला के हवाले से पिछले छह महीनों से छात्र प्रदर्शन की अनुमति मांग रहे थे, लेकिन हालातों के चलते अनुमति नहीं मिल सकी। इस दौरान देश भर से छात्र दिल्ली के लिए रवाना हो चुके थे। पिछले छह महीनों से ये सभी, कभी गुरुद्वारा में तो कभी किसान आंदोलन में शरण लेने को मजबूर हैं।

15 अगस्त से पहले दिल्ली पुलिस ने इन्हें गृह मंत्रालय के जिम्मेदारी अधिकारी से मिलवाने का अस्वाशन दिया था, मगर मंगलवार को पुलिस अपनी बात से मुकर गई। दिल्ली पुलिस ने नौकरी मांग रहे प्रदर्शनकारियों पर डंडे लाठी से बल प्रयोग किया।

एक लाख से अधिक पद हैं खाली

छात्रों का कहना कि केंद्र सरकार के पास अर्धसैनिक बलों की विभिन्न श्रेणियों में एक लाख से अधिक पद खाली हैं। ऐसे में उन्हें 25 हज़ार पदों की सीमा बढ़ा कर उन उम्मीदवारों की भी नियुक्ति करनी चाहिए, जो मेडिकल क्लियर कर चुके है लेकिन आयु सीमा पार कर चुके हैं। दूसरी और संसद में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने एक सवाल के जवाब में बताया कि केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के 60210 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है।

न्याय दो या गोली मार दो

नेशनल टाइम (यूट्यूब चैनल) की एक वीडियो में छात्र वंदे मातरम और रिक्त पदों पर नियुक्ति किये जाने की बात कहते दिख रहे हैं। इसमें दिल्ली पुलिस कैसे प्रदर्शनकारियों को खदेड़ रही है ये भी साफ तौर पर देखा जा सकता है। छात्रों के साथ न्याय करने की मांग करते हुए एक व्यक्ति “न्याय दो या गोली मार दो” कह रहा है, वहीं दूसरा “माता पिता का सपना टूट गया” कहता नज़र आ रहा है। इस पूरे प्रदर्शन के दौरान के “देश का युवा बेरोजगार है और सड़क पर है” जैसी बात मुख्य रूप से देखने और सुनने को मिली।

जयंत चौधरी ने दी चेतावनी 

मथुरा से राष्ट्रीय लोक दल के सांसद व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने खबर पर ट्वीट करते हुए लिखा “जंतर मंतर पर नियुक्ति को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवा पर बल प्रयोग। जो सरकार आंदोलन कुचलती है, वो सरकार जनता बदलती है” आगे सत्ताधारी दल को होशियार करते हुए लिखा कि “युवा करवट ले रहे हैं।”

वहीं दूसरी और स्वतंत्र पत्रकार रणविजय सिंह ने प्रदर्शन से जुड़ा एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा “मेरे देश का युवा थाने में हैं, युवा नौकरी मांग रहे थे उठा लिए गए।” इस वीडियो में प्रदर्शन कर रहे युवा शर्ट उतारकर we want justice और वंदे मातरम के नारे लगा रहे थे।

अनिश्चितकालीन धरना देने की कही थी बात

बीते फरवरी एसएससी 2018 के परिणाम घोषित होने के बाद कॉन्फेडरेशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने  14 फरवरी से जंतर मंतर पर अनिश्चिकालीन धरना देने की बात कही थी। ये धरना उन 30 हज़ार छात्रों के लिए है जो मेडिकल किलयर कर चुके थे, लेकिन आयु सीमा निकलने के कारण उनका नाम फाइनल मेरिट लिस्ट में नहीं आया।

बहरहाल, लंबे वक्त के बाद छात्रों को प्रदर्शन करने को मिला।जहाँ से पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर हिरासत में ले लिया।

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