जब हम पर्वतारोहण के बारे में बात करते हैं,हममें से अधिकतर सर एडमंड हिलेरी और शेरपा तेनज़िंग के नाम तक ही सीमित हैं, जिन्होंने पहली बार दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की थी.तब से लेकर अब तक कई लोग माऊंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कर चुके हैं.महिलाओं ने भी इस रोमांचक सफर में निडरता, साहस,इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प से दुनिया की कई ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करके अपना परचम लहराया है.
16 मई 1976 के दिन जापान की जुंको ताबेई माऊंट एवरेस्ट पर फतह हासिल करने वाली दुनिया की पहली महिला बनीं.जुंको ताबेई का जन्म 1939 में फुकुशिमा जापान में हुआ था.बचपन में उन्हें एक कमजोर बच्चा माना जाता था, लेकिन फिर भी उसने 10 साल की उम्र में पर्वत चढ़ाई शुरू कर दी थी.
माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने के 12 दिन पहले जुनको ताबेई बर्फीले तूफान की चपेट में आ गई थीं.उनके एक गाइड ने उन्हें बर्फ से बाहर निकाला.इसके बाद भी उन्होंने चढ़ाई जारी रखी और सफलतापूर्वक चढ़ाई करके अपना नाम इतिहास में अंकित करा लिया.
शोवा महिला विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक ताबेई ने 1969 में ‘लेडीज क्लाइंबिंग क्लब: जापान’ की स्थापना भी की.अपने जीवन में ताबेई ने 60 देशों की पर्वत चोटियों पर चढ़ाई की और साल भर में करीब पांच से छह बार दूसरे देशों के दौरे भी करती थीं.माउंटेन इंस्टिट्यूट इन वाशिंगटन द्वारा ताबेई को 2008 में ‘माउंटेन हीरो अवार्ड’ से नवाजा गया था.
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर सबसे पहले फतह करने वाली इस साहसी महिला का 20 अक्टूबर 2016 को निधन हो गया.
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