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जो RSS का सक्रिय स्वयंसेवक नहीं, वो हिंदू नहीं

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जब से भाजपा केंद्र में सत्ता में आयी है तब से भाजपा के नेता आये दिन कुछ ना कुछ ऊंटपटांग बोल और विवादित भाषण देते ही रहते हैं. हिंदुत्व का झंडा उठाकर चल रही भाजपा ने कांग्रेस के साफ्ट हिंदुत्व के खिलाफ एक नया कार्ड खेला है.

विवादित और नफ़रत भरे बयानों से भरा हुआ है, टी राजा का कैरियर

हैदराबाद के विवादित भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने कहा है कि जो शख्स आरएसएस की शाखा में नहीं जाता वो हिंदू हो ही नहीं सकता. ज्ञात होकि टी.राजा समुदाय विशेष के प्रति अपने नफ़रत भरे भाषण के लिए जाने जाते हैं. विधायक टी राजा मध्य प्रदेश के नीमच में रविवार को हिंदू उत्सव समिति की धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे. इस कार्यक्रम में भाजपा  सांसद साक्षी महाराज भी मौजूद थे.

अकसर ऐसे बयानों से पल्ला झाड़ लेती है भाजपा

उक्त विचार विधायक के निजी हैं या फिर आरएसएस और भाजपा के ?  भाजपा में इस तरह ​के विवादित बयान पहले छोटे स्तर पर दिए जाते हैं, फिर जनता का रुझान देखा जाता है. यदि तीव्र विरोध ना हो और जनता का रुझान बन रहा हो तो पार्टी के बड़े नेता भी उसी स्टेंड पर आ जाते हैं. तीव्र विरोध की स्थिति में इस तरह के बयानों को व्यक्ति के निजी बयान बताकर पल्ला झाड़ लिया जाता है.

विवादित रहा है संघ का इतिहास

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना 27 नवम्बर 1925 को नागपुर में की गई थी. अपनी स्थापना के बाद से ही समुदाय विशेष के प्रति नफ़रत के कारण संघ की कार्यशैली पर ऊँगली उठती रही हैं. संघ के ही इन्द्रेश कुमार के ऊपर समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट के मास्टर माईंड होने के आरोप भी लग चुके हैं. वहीं महात्मा गांधी का हत्यारा नाथूराम गोडसे का सम्बन्ध भी हिन्दू महासभा और संघ से बताया जाता है. हाल ही में संघ के राकेश सिन्हा द्वारा टीवी चैनल न्यूज़24 में मुस्लिम समुदाय को 15 सेकण्ड के नाम पर धमकी दी गई थी, जिसके बाद उनके खिलाफ़ पटना कोर्ट में एक केस भी दर्ज हुआ है.

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