दक्षिण लेबनान में शुक्रवार सुबह इज़राइल ने एक बार फिर हवाई हमला किया। यह हमला लेबनान के नबातियेह शहर और आस-पास के गांवों में हुआ, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और करीब 20 लोग घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों और स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है।
क्या हुआ हमले में?
अरब न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, इज़राइली सेना ने लेबनान के नबातियेह शहर में एक अपार्टमेंट पर ड्रोन से हमला किया। साथ ही कफर तिब्नित, नबातियेह अल-फौका और कफर रुम्मान जैसे गांवों में भी हवाई हमले किए गए।
इन हमलों में कुछ मकान पूरी तरह तबाह हो गए। कई घरों की खिड़कियाँ टूट गईं, दीवारें गिर गईं और इलाके की सड़कों पर मलबा बिखर गया।
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि घायल लोगों की संख्या 20 से अधिक है, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
इज़राइल ने क्या कहा?
इज़राइली सेना ने बयान दिया कि इन हमलों का मकसद हिज़्बुल्लाह के “भूमिगत मिसाइल ठिकानों और हथियार भंडार” को नष्ट करना था।
इज़राइल ने दावा किया है कि हिज़्बुल्लाह ने लेबनान की सीमा पर फिर से मिसाइल लॉन्चिंग साइट्स और टनल्स को सक्रिय कर दिया था, जिनसे इज़राइल के इलाकों पर खतरा बढ़ रहा था।
“यह हमला आत्मरक्षा में किया गया है, ताकि हिज़्बुल्लाह की सैन्य गतिविधियों को रोका जा सके।” – इज़राइली सेना
लेबनान की प्रतिक्रिया
लेबनान के प्रधानमंत्री नवाफ सलाम ने इन हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा:
“इज़राइल ने हमारी राष्ट्रीय संप्रभुता और नागरिक सुरक्षा का उल्लंघन किया है। यह हमला युद्धविराम समझौते के खिलाफ है।”
लेबनान सरकार ने इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की बात कही है और संयुक्त राष्ट्र से कार्रवाई की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र (UNIFIL), जो दक्षिण लेबनान में शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी निभा रही है, उसने भी चिंता जताई है।
UNIFIL ने सभी पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों को नुकसान से बचाने की अपील की है।
अल जज़ीरा की रिपोर्ट में कहा गया है कि इज़राइल ने जिस तरह से बंकर-बस्टर बमों का इस्तेमाल किया है, वह इस बात का संकेत है कि हमला सिर्फ सतह पर नहीं, बल्कि भूमिगत ठिकानों को नष्ट करने के लिए किया गया था।
जर्मनी ने भी इस हमले पर प्रतिक्रिया दी है क्योंकि मृत महिला के पास जर्मन नागरिकता होने की खबर है। जर्मन सरकार ने इस हमले को ‘चिंताजनक’ बताया और जल्द शांति बहाल करने की अपील की।
स्थानीय लोगों की हालत
हमले के तुरंत बाद नबातियेह की सड़कों पर भगदड़ मच गई। लोग डर के मारे घरों से भागने लगे।
स्थानीय निवासी यूसुफ हबीब ने Reuters को बताया:
“हम घर में थे, अचानक तेज़ धमाका हुआ। दीवारें हिलने लगीं और धूल भर गई। बच्चों ने रोना शुरू कर दिया।”
अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ लोगों की हालत गंभीर है।
हमलों की पृष्ठभूमि क्या है?
- नवंबर 2024 में इज़राइल और हिज़्बुल्लाह के बीच सीज़फायर (युद्धविराम समझौता) हुआ था।
- इसके बावजूद दोनों पक्षों के बीच सीमावर्ती इलाकों में टकराव रुक नहीं पाया।
- 2025 की शुरुआत से ही इज़राइल लगातार यह आरोप लगाता रहा है कि हिज़्बुल्लाह फिर से हथियार जमा कर रहा है और सुरंगें बना रहा है।
क्या आगे युद्ध की आशंका है
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हिज़्बुल्लाह इस हमले का जवाब देता है, तो यह टकराव बड़ा रूप ले सकता है।
अल जज़ीरा की विश्लेषण रिपोर्ट में बताया गया है कि यह हमला सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक सख्त संदेश है – अगर हिज़्बुल्लाह फिर से हमला करता है तो इज़राइल और ज्यादा कठोर कदम उठा सकता है।
इस हमले ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि मध्य पूर्व का यह क्षेत्र अभी भी बेहद तनावपूर्ण है।
जहां एक ओर इज़राइल अपनी सुरक्षा का हवाला देकर सैन्य कार्रवाई कर रहा है, वहीं दूसरी ओर लेबनान के आम नागरिक इस संघर्ष की सबसे बड़ी कीमत चुका रहे हैं।
अब दुनिया की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या दोनों पक्ष बातचीत की राह पर लौटेंगे या यह तनाव किसी बड़े युद्ध में बदल जाएगा।