रिलायंस चेयरमेन मुकेश अंबानी ने अपनी बहुप्रतीक्षित रिलायंस जिओ की जानकारी रिलायंस AGM में शेयर की, रिलायंस समूह के शेयर धारकों की सालाना आम मीटिंग में मुकेश अंबानी द्वारा जब जिओ से सम्बंधित घोषणाएं की गईं, तब लोगों को यह कहते सुना गया ” वाह , यह है “जिओ और जीने दो”
आईये जानते हैं, जिओ से सम्बंधित घोषणाओं में क्या रहा ख़ास :-
- भारत की सीमाओं के भीतर रिलायंस जिओ में वॉयस कॉल और रोमिंग के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. मुकेश अंबानी ने कहा, ग्राहकों से सिर्फ एक ही चीज़ – डाटा या वॉयस कॉल – का पैसा लिया जाना चाहिए, दोनों का नहीं.
- जिओ में शेष ऑपरेटरों की तरह ‘ब्लैकआउट डे’ नहीं होंगे – जैसे दिवाली जैसे मौकों पर मुफ्त एसएमएस वाली ऑफर काम करना बंद कर देती हैं, क्योंकि संदेश ज़्यादा भेजे जाते हैं.
- रिलायंस जिओ में डाटा कीमतें भी ग्राहकों से अब तक वसूली जा रही कीमतों की तुलना में 20 फीसदी ही हैं. रिलायंस जिओ में एक गीगाबाइट (जीबी) डाटा के लिए सिर्फ 50 रुपये वसूले जाएंगे.
- दूसरी ओर, प्रतियोगी कंपनियों ने शिकायत की है कि जिओ, जो अभी बीटा चरण (टेस्टिंग फेज़) में होने का दावा कर रहा है, ने फोर्थ जेनरेशन या 4जी एयरवेव का इस्तेमाल कर ग्राहकों को तोड़ने के लिए मुफ्त कॉल ट्रायल की पेशकश की.
- सोमवार से, कोई भी रिलायंस जिओ की सेवाओं के लिए साइन अप कर सकेगा, और 31 दिसंबर तक किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.