फ्लाइट का स्टेटस जानना और जल्दी फ़ोन काटना कितना महंगा पड़ सकता है और नोबत तो जेल तक की आ सकती है. ये तो विनोद मूरजानी ही बता सकते हैं ऐसा ही एक घटना देखने को मिली है. मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर फ्लाइट का स्टेटस पूछना विनोद मूरजानी को भारी पड़ गया.
दरअसल, विनोद मूरजानी ने हवाईअड्डे पर फोन करके ‘BOM-DEL’ फ्लाइट का स्टेटस जानना चाहा था और तकनीकी खराबी के कारण उनका फोन कट गया या इसके तुरंत बाद विनोद मूरजानी ने फोन रख दिया.
फोन ऑपरेटर ने इसे फ्लाइट में ‘बम है’ समझ लिया और ऑपरेटर ने वरिष्ठ अधिकारियों को बताया जिन्होंने पुलिस को सूचित किया.
जांच के बाद सहार पुलिस ने विनोद को गिरफ्तार किया. हवाईअड्डे के सीसीटीवी फुटेज में उसे एक टेलीफोन बूथ में देखा गया था. इस आरोप में विनोद मूरजानी को गिरफ्तार कर लिया गया.
जाँच अधिकारी के अनुसार
45 वर्षीय विनोद को अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दिल्ली से वर्जीनिया होकर रोम जाने वाले विमान में सवार होना था.
विनोद एक अमेरिकी कंपनी में सीईओ है और उसने यह फोन दिल्ली की उड़ानों को बाधित करने के लिए किया, ताकि मुंबई से यात्रा में विलंब की स्थिति में वह देर रात को दिल्ली से रोम जाने वाले विमान में सवार हो सके.
अमेरिकी सीईओ विनोद मूरजानी को मुंबई से दिल्ली जाना था. शुरुआती जांच में ऐसा लगा था कि मूरजानी उड़ान में विलंब होने से नाराज था. मूरजानी को रविवार को हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया.
ऐसा लगता है कि उड़ान में विलंब से नाराज विनोद ने मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा प्राइवेट लिमिटेड के टॉल फ्री नंबर पर फोन किया और महिला ऑपेरटर से कहा, विमान में ‘बम फटा है.’
उसके खिलाफ भादंवि की धारा 506 (आपराधिक धमकी), 505 (लोगों को दहशत में डालने का इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया.
इसके बाद उसे अंधेरी मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के समक्ष पेश किया गया, जिसने उसे 15,000 रुपये की जमानत और इतनी ही राशि के मुचलके पर रिहा किया.
विनोद मूरजानी के वकील के अनुसार,
अदालत के अधिकारियों के अनुसार विनोद के वकील ने अदालत में कहा कि, उसके मुवक्किल ने केवल उड़ान के संबंध में जानकारी ली थी, जिसे कथित तौर पर गलत तरीके से पेश किया गया.
वकील ने कहा कि, ऑपरेटर ने फोन पर उसके मुवक्किल की बात को गलत समझा क्योंकि मूरजानी ने उससे ‘बॉम-डेल स्टेटस’ पूछा और टेलीफोन लाइन में व्यवधान की वजह से तत्काल फोन काट दिया.
वकील का दावा है कि ऑपरेटर ने इसे ‘बम है’ समझ लिया.