चिदंबरम ने हेल्थकेयर स्कीम को जुमला बताने के पीछे तर्क भी दिया है. पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में स्कीम का तो ऐलान किया गया, लेकिन इसके लिए सरकार ने बजट का आवंटन नहीं किया.
Yesterday, I had said that the new HEALTH CARE SCHEME is a jumla with no money provided in the budget. Today, FM has admitted that no money has been provided and he will 'raise money in the future'. Perfect jumla.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) February 2, 2018
बिना डोर कैसे उड़ेगी पतंग
Scheme without money is like flying a kite without a string. The kite flyer will say that the kite is flying, but there will be no kite
and nothing will be flying.— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) February 2, 2018
‘जेटली राजकोष(फिजक्ल) मजबूत बनाने की परीक्षा में फेल रहे’
पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने आगे कहा कि 2018-19 के बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में फेल हुए हैं और इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे.
उन्होंने कहा कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.2% पर रखा गया था लेकिन इसके 3.5% पर पहुंचने का अनुमान है. जेटली के बजट भाषण खत्म करने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में चिदंबरम ने कहा, ‘‘वित्त मंत्री राजकोषीय मजबूती की परीक्षा में विफल रहे हैं और इसके गंभीर परिणाम होंगे.”