पंजशीर में खत्म हुई लड़ाई, गर्वनर हाउस पर फहराया तालिबान का झंडा

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रविवार को पंजशीर में रेजिस्टेंस फोर्स और तालिबान के बीच हुई लड़ाई में तालिबान ने जीत हासिल कर ली है। हालांकि रेजिस्टेंस फोर्स ने तालिबान को कड़ी टक्कर दी।लेकिन अब पंजशीर में भी तालिबान के कब्ज़ा हो गया है। लड़ाई के दौरान अहमद मसूद ने तालिबान को हमला न करने के साथ शांति प्रस्ताव की बात की थी।

देश को सुरक्षित करने की कोशिश रंग लाई-तालिबानी प्रवक्ता 

पंजशीर पर कब्जे के बाद तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने ट्विटर पर पंजशीर पर फतह का ऐलान किया। मुजाहिद ने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान में अपने विरोध के आख़िरी किले को भी फतह कर लिया। इस तरह अफ़ग़ान जंग की भंवर से बाहर आ गया है। आगे कहा कि अफगान लोगों के समर्थन से देश को सुरक्षित करने की कोशिश रंग लाई हैं।

तज़ाकिस्तान पहुंचे अमरूल्लाह सालेह

अफगानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पंजशीर में रेजिस्टेंस के ठिकानों पर जो हमला हुआ, वो हमला पाकिस्तानी पायलट्स ने किया था। यही नहीं अफगान के पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह जो रेजिस्टेंस फोर्स के प्रमुख नेता भी है, जिस घर में मौजूद थे उस पर भी हमला किया गया। खबर है कि इसके बाद अमरुल्लाह सालेह तजा़किस्तान चले गए।

हालांकि, अहमद मसूद के पंजशीर में ही किसी सुरक्षित ठिकाने पर होने की खबर है। गौरतलब है कि पंजशीर और तालिबान के बीच कसा कसी उसी समय से बनी हुई है जब 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल पर कब्ज़ा कर अफ़ग़ान में अपनी सत्ता स्थापित करने की शुरुआत की थी।

जागरण की रिपोर्ट कहती है कि पंजशीर में लड़ाई जितने के बाद तालिबान ने पंजशीर के गवर्नर हाउस में तालिबान का झंडा फहराया दिया है। साथ ही उन्होंने इसकी वीडियो भी जारी की है। दूसरी और रेजिस्टेंस फोर्स ने तालिबान की बात को सिरे से नकारा दिया है। फोर्स ने कहा कि पंजशीर घाटी में जंग जारी रहेगी।

अमरीकी पासपोर्ट वाले नागरिकों को ढूंढ रहे हैं तालिबानी लड़ाके

अफगानिस्तान की हालिया स्थिति ये है कि पूरे देश मे तालिबान के लड़ाके बंदूकों के साथ घूम-घूम कर उन लोगो को ढूंढ कर मौत के घाट उतार रहें है जिनके पास अमेरिकी पासपोर्ट है। इनमें वो लोग भी शामिल है जिनका किसी भी तरह से अमरीका से संबंध था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते शनिवार तालिबान के लड़को ने एक महिला पुलिस अफसर के घर मे घुसकर उसकी हत्या कर दी। महिला पुलिस अफसर का नाम बानू निगार है वहीं हत्या के वक्त वो 8 महीने की प्रेग्नेंट थी।

तालिबान की ऐसी गतिविधियों से साफ है कि तालिबान का इस बार का शासन भी पिछली बार से अलग होने वाला नहीं है। पंजशीर पर फतह के बाद तालिबानी प्रमुख ने साफ किया है कि पंजशीर में पूर्ण कब्ज़े के बाद  2-3 दिनों मे अफगानिस्तान में नई सरकार बन सकती है।

वहीं पंजशीर ऑब्जर्वर वेबसाइट के अनुसार अफगानिस्तान में सत्ता को लेकर तालिबान और हक़्क़ानी नेटवर्क में लड़ाई छिड़ गई है। इसके संबंध में कहा जा रहा है कि हक़्क़ानी की फायरिंग में तालिबानी प्रमुख (तालिबान के को फाउंडर) मुल्ला बरादर घायल हो गया है। वहीं उसका इलाज पाकिस्तान में चल रहा है। हालांकि इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।

 

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