गुजरात में चुनाव प्रचार अपने चरम पर चल रहा है बड़े बड़े नेता लोग ताबड़ तोड़ रैलिया कर रहे, एक दुसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप भी लगा रहे है. अब इसमें एक कदम ओर बढ़ाते हुए, हमलों का दौर भी चालू हो गया.
जी हाँ, हम बात कर रहे हैं, उना आंदोलन से उभरे गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी के काफिले की कार पर हमला किया गया है. उनके काफिले पर ये हमला बनासकांठा जिले में हुआ. उनके काफिले की कार पर पत्थ फेंके गए. इस हमले में कार का शीशा टूटने की खबर है. हमले के वक्त जिग्नेश अगली कार में बैठे थे इसलिए वे सुरक्षित हैं.
जिग्नेश मेवानी ने भाजपा पर हमले का आरोप लगाया है. उन्होंने ने भाजपा पर आरोप लागाते हुए ट्विटर पर लिखा, “दोस्तों आज मुझपर बीजेपी के लोगों ने तरकवाड़ा गांव में अटैक किया, बीजेपी भयभीत हो गई है इसलिए ऐसी हरकत कर रही है पर मैं तो एक आंदोलनकारी हूं, न डरूंगा न तो झुकूंगा पर बीजेपी को तो हराऊंगा ही.”
#ShamefulAct #गंदी_राजनीति
दोस्तों आज मुझ पर बीजेपी के लोगोने तकरवाड़ा गांव में अटैक किया, बीजेपी भयभीत हो गयी है इसलिए ऐसी हरकत कर रही है पर में तो एक आंदोलनकारी हूँ, न डरूंगा न तो झुकुगा पर बीजेपी को तो हराऊंगा ही। pic.twitter.com/wOlLLfhFef— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) December 5, 2017
कार पर हमले को लेकर आगे जिग्नेश ने पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर यह भी लिखते है, “ये आपका (पीएम मोदी) या अमित शाह का आइडिया था कि जीतने वालों पर हमले करो, क्योंकि ये गुजरात की परंपरा नहीं है.”
कौन हैं जिग्नेश मेवाणी?
मेहसाणा में जन्मे जिग्नेश मेवाणी पेशे से सोशल एक्टिविस्ट और वकील हैं. उन्होंने ‘आजादी कूच आंदोलन’ चलाया था जिसमें करीब 20 हजार दलितों को मरे जानवर न उठाने और मैला न ढोने की शपथ दिलाई थी.जिग्नेश ने नारा दिया था कि गाय की पूंछ तुम रखो, हमें हमारी जमीन दो. जिग्नेश ने मास कम्यूनिकेशन और लॉ की पढ़ाई की है. जिग्नेश बनासकांठा के वडगाम से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस जिग्नेश के खिलाफ उम्मीदवार न खड़ा कर अप्रत्यक्ष रूप से उनका समर्थन कर रही है.