दुनिया भर में कोरोना का नया वैरियंट हड़कंप मचाने को तैयार हैं। अफ्रीका में पाए गए इस नए वेरिएंट का नाम omicron है, वहीं इसे वैज्ञानिक नाम दिया गया है B.1.1.529। अफ्रीका के बाद दुनिया में दर्जन भर देशों में ये अपनी दस्तक दे चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वैज्ञानिकों और WHO ने इसे वैरियंट ऑफ कंसर्न घोषित किया।
omicron को लेकर ज़्यादा जानकारी अभी किसी के पास नहीं हैं, सिर्फ इतना मालूम हैं कि ये कोरोना के पहले के वैरियंट से ज़्यादा खतरनाक है। वैरियंट ऑफ कंसर्न को ध्यान में रखते हुए अधिकतर देशों ने अंतराष्ट्रीय उड़ानों को बंद कर दिया है वही अफ्रीका के किसी भी देश से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
“वैरियंट ऑफ कंसर्न” है कोरोना का नया वैरियंट :
WHO के मुताबिक, कोरोना का नया वैरियंट omicron , वैरियंट ऑफ कंसर्न ( variant of concern) की श्रेणी में आता है, जिसका कारण है उसमें 50 नए म्यूटेंट का होना। म्यूटेंट का सामान्य अर्थ है बदलाव, यानी कोरोना के इस नए वैरियंट में 50 नए बदलाव हुए हैं। जिसमे 30 म्यूटेंट अकेले स्पाइन प्रोटीन में हुए।
इंसानी शरीर में कोरोना वायरस के घुसने का एकमात्र जरिया स्पाइन प्रोटीन ही है। स्पाइन प्रोटीन कोरोना वायरस में से निकले हुए काटें जैसा दिखता है। बहरहाल, कोरोना के अन्य वैरियंट अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस से omicron ज़्यादा खतरनाक इस मायने में हैं क्योंकि इसमें 50 नए म्यूटेशन देखे गए हैं।
दुनिया भर में अंतराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी :
Omicron, कोरोना वायरस में हुए नए म्यूटेशन का रिज़ल्ट है, जो जानकारी के मुताबिक बेहद तेजी से फैल सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए ब्रिटेन (briten), अमेरिका (america), कनाडा( kanada), ऑस्ट्रेलिया (astreliya), सिंगापुर (Singapore) सहित सोवियत संघ ( united nation) के 27 देशों ने अंतराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लाग दिया है। वहीं यूनाइटेड किंगडम (united kingdom) ने अफ्रीका के 6 देशों से आने वाली उड़ानों पर सख्ती से प्रतिबंध लगाया हैं। और नियमों में भी कड़ाई बरती जा रही है। बता दें कि अफ्रीका के इन देशों में omicron के मामले देखे गए हैं।
इन देशों में मिले omicron के मरीज़ :
बीते 14 दिनों से दक्षिण अफ्रीकी देशों से कोरोना के नए वैरियंट omicron के मामले सामने आते दिखे हैं। जिसका पता महामारी विशेषज्ञ ने बुधवार को लगाया। वहीं हॉन्गकॉन्ग, बेल्जियम, बोत्सवाना और इज़राइल में भी इसके कुछ केस सामने आए हैं। इसके बाद शनिवार को भारत के बैंगलोर एयरपोर्ट पर अफ्रीका से आए दो लोगो में भी इसी वैरियंट के होने की बात कही गयी थी। हालांकि, इंडिया टीवी की रिपोर्ट बताती है कि वो दोनों डेल्टा वैरियंट से ग्रसित है न कि omicron से।
भारत सरकार ने जारी की एडवाइजरी :
इस बीच भारत सरकार ने शनिवार को एक्सपर्ट्स के साथ कोरोना के इस नए वैरियंट को लेकर मंथन किया, और सभी राज्यों के लिए कुछ एडवाइजरी जारी की। जिसमे बाहरी देशों से आने वाले यात्रियों की पूरी जांच और कॉरेन्टीन करना, अपने राज्य में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर की समीक्षा करना, राज्य में दवाइयों की कमी न हो इसके लिए तैयारी करना, जिन इलाकों में ज़्यादा केस आ रहें है उन इलाकों में निगरानी करना कंटेंटमेंट ज़ोन बनाना है।
इसके अलावा एडवाइज़री में नए वैरियंट omicron पर रिसर्च करना, नए वैरियंट से जनता को जागरूक करना, इंटरनेशनल फ्लाइट की योजना की समीक्षा करना और वेक्सिनेशन को बढ़ावा देने की बात शामिल हैं। दूसरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार (27 नवम्बर ) को कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उन देशों से उड़ाने बंद करने का आग्रह करता हूँ, जहां कोविड 19 का नया वैरियंट मिला है। बड़ी मुश्किल से हमारा देश कोरोना से उबर पाया है। हमें इस नए वैरियंट को भारत मे प्रवेश करने से रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास करना
चाहिए।”
कोरोना के नए वैरियंट का पता लगाने के लिए ये दंडित करने जैसा है :
आज तक के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्रालय ने कहा, की नए वैरियंट का पता लगाने के लिए सज़ा दी जा रही है। ब्रिटेन, अमेरिका सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों ने फ्लाइट बंद कर दी है जिससे दक्षिण अफ्रीका की अर्थव्यवस्था, पर्यटन और बाकी क्षेत्रों को नुकसान होगा। आगे कहा गया कि अन्य देशों में भी कोरोना के नए वैरियंट सामने आए थे लेकिन दुनिया के अधिकतर देशों का उनके लिए रुख अलग था, और हमारे लिए अलग है।
बता दें कि दक्षिण अफ़्रीका में दुनिया के टॉप महामारी विशेषज्ञ और साइंटिस्ट है, जिन्होंने बीते बुधवार कोरोना के नए वैरियंट की खोज की, जिसे शुक्रवार को WHO ने omicron नाम दिया। इसके बाद ये वैरियंट बेल्जियम, बोत्सवाना और हॉन्गकॉन्ग जैसे देशों में भी पाया गया। दक्षिण अफ्रीका के इंटरनेशनल रिलेशन और कॉपरेशन मंत्रालय ने कहा, ” दक्षिण अफ्रीका को उसकी उन्नत जीनोम सिक्वेसिंग और नए वैरियंट का पता लगाने के लिए दंडित किया जा रहा है।”
शोध के बाद पता चलेगा असली कंसर्न :
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को जिनेवा में हई बैठक में WHO के प्रवक्ता क्रिश्चियन लिंडमायर ने बताया कि, ” शुरुआती नतीजों से पता चला है कि इस नए वैरियंट में बहुत म्यूटेशन हुए हैं, जिन्हें समझने में अभी वक्त लगेगा वहीं ये कितना असरदार होगा इसे भी अभी कहा नहीं जा सकता। शोधकर्ता इसका म्यूटेशन समझने की कोशिश कर रहे हैं ताकि पता चल सके कि ये कितनी तेज़ी से फैलेगा। इसका पता लगाना कितना मुश्किल होगा और इसके इलाज के लिए क्या कदम उठाने होंगे। B.1.1.529 नाम का ये वैरियंट बहुत तेज़ी से फैल रहा है।”
वहीं omicron को लेकर शुरुआती आशंका ये जताई जा रही है कि कोरोना का ये नया वैरियंट, प्रतिरोधक क्षमता से बच सकता है, वहीं वेक्सिन भी इस पर बेअसर साबित हो सकती है। हालांकि, इसकी पुष्टि omicron पर गहन शोध के बाद ही कि जा सकेगी।