UP के प्रयागराज में दलित परिवार की कुल्हाड़ी से गला रेतकर हत्या…

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प्रयागराज के फाफामऊ के मोहनगंज गोहरी गांव में बीते बुधवार (24 नवम्बर) एक दलित परिवार के चार सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी गयी। परिवार के चारो लोग खून से लथपथ पाए गए वहीं उनके पास से एक कुल्हाड़ी भी मिली है। कहा जा रहा है कि कुल्हाड़ी से ही हत्या की गई है। परिवार की नाबालिक लड़की से हत्या के साथ साथ गैंगरेप किये जाने की बात भी सामने आ रही है। जिसको लेकर प्रयागराज के शासन और कानूनी व्यवस्था पर विपक्ष भी हमलावर है।


दलित परिवार की नृशंस हत्या :

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार को फाफामऊ के मोहनगंज गोहरी गांव में अचानक हड़कम्प मच गया जब एक दलित परिवार के चार लोगों की खून से लथपथ मिलने की ख़बर मिली। गांववालों के मुताबिक घर का दरवाजा न खुलने पर आवाज़ लगाई गई लेकिन आवाज़ सुनकर भी कोई घर से बाहर नहीं आया।

 

फाफामऊ के पीड़ित परिवार से कोंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की मुलाकात ( तस्वीर : ट्विटर)


गांव वालों ने पुलिस को जानकारी दी जिसके बाद पुलिस को चारों के शव घर मे खून से लथपथ बरामद हुए। शवो के साथ एक कुल्हाड़ी भी बरामद हुई। रिपोर्ट के मुताबिक परिवार की हत्या तब हई जब वो सो रहे थे। इसमें परिवार के मुखिया जिनकी उम्र 50 थी, उनकी 45 वर्षीय पत्नी, 16 साल की बेटी और 10 साल का बेटा शामिल हैं।

परिवार से मारपीट, और जान से मारने की धमकी दी थी :

BBC के मुताबिक मृतक के छोटे भाई के कहने पर पुलिस ने एक FIR दर्ज की है। जिसके मुताबिक, ‘सुबह 9 बजे मौहोल्ले में हल्ला हुआ कि बड़े भाई के घर का दरवाजा बहुत देर से नहीं खुल रहा है। आनन फानन में लोगो ने जब घर के दरवाजे को धकेला तो वो खुल गया। जिसके बाद हमने पाया कि घर के चारो लोग खून से लथपथ पड़े हैं।’

उनके पास एक खून से सनी कुल्हाड़ी भी है और लड़की के कपड़े अस्त व्यस्त थे, जिससे शकः हुआ कि लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। FIR में मृतक के भाई ने आरोप लगाया है की “गांव के दबंग व्यक्ति आकाश सिंह उसके पिता अमित सिंह और अमित सिंह की पत्नि के साथ 8 लोगो ने मिलकर मृतक दलित परिवार के साथ 5 और 21 सितंबर को मारपीट की थी। यही नहीं, उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गयी थी।”


थाने में दर्ज है FIR, मगर नहीं कि गयी कार्यवाही :

मृतक की भाभी ने मीडिया को बताया, की परिवार के साथ पहले मारपीट हो चुकी है, जान से मारने की धमकी भी दी जा चुकी थी। इस मामले की FIR थाने में दर्ज है लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं कि गयी। उन्होंने आगे बताया कि गांव के दबंग परिवार के साथ हमारी रंजिश है, जिस पर मुकदमा बना है, एससी एसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज हुआ है। घर मे घुसने को लेकर भी केस हुआ है लेकिन इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं कि गयी।

समझौते का दबाव बना रही थी पुलिस :

मृतक की भाभी ने आगे बताया कि, ” 21 सितंबर को घर मे घुस कर हमारे साथ मारपीट कि गयी, लेकिन कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। एक हफ्ते बाद मुकदमा दर्ज हुआ तो दोनों तरफ का मुकदमा बनाया गया। मामले में पुलिस ने पूरी लापरवाही की है।”

अभियुक्तों के साथ पुलिस की मिलीभगत की बात करते हुए बताया कि, फाफामऊ थाने का एक “सिपाही सुशील कुमार” बार बार घर के दरवाजे पर आकर समझौता करने की बात कहता था। FIR में भी पुलिस अशिकारियो पर सुलाह के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है।

ट्वीट के ज़रिए विपक्ष हमलावर :

अभियुक्त आकाश सिंह, पिता अमित सिंह और माँ बबली सिंह समेत आठ लोगो को नामज़द करके उनपर हत्या और एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। नाबालिक के साथ गैंगरेप के मामले में पॉक्सो एक्ट की धाराएं भी लगाई गई हैं।


दूसरी ओर, UP में कोंग्रेस, UP सरकार और कानून पर हमलावर हैं। UP कोंग्रेस के ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट करते हुए लिखा गया, “प्रयागराज में दलित परिवार लगातार पुलिस के चक्कर काटता रहा, पुलिस ने उनकी नहीं सुनी और बेख़ौफ़ गुंडों ने परिवार की हत्या कर दी। बुल्डोजरनाथ से प्रदेश तो क्या पुलिस तक नहीं चल रही है। हर ख़ौफ़नाक घटना में या तो पुलिस शामिल होती है या लापरवाह।”

वहीं प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ” मैं समता की लड़ाई के साथ हूँ, मैं देश के संविधान के साथ हूँ, मैं दलितों, वंचितों पर जुल्म के ख़िलाफ़, न्याय के आवाज़ के साथ हूँ।”