संजय राऊत को नाना पटोले ने दी सलाह, बताया भाजपा से कैसे लड़ा जाए

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शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने दावा किया कि अगर नाना पटोले ने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया होता तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार नहीं गिरती। नाना पटोले ने इसके जवाब में अपनी प्रतिक्रिया में शिवसेना नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए सहयोगी दल पर पलटवार किया है ।

दोनों सहयोगियों के बीच टकराव ने अब इस बात पर संदेह पैदा कर दिया है कि क्या गठबंधन के भीतर सब कुछ ठीक है।

नाना पटोले ने संजय राऊत से कहा, ‘आप कह रहे हैं कि अगर मैंने इस्तीफा नहीं दिया होता तो सरकार नहीं गिरती। क्या इसका मतलब यह है कि आपके नेतृत्व में कुछ कमी थी?

उन्होंने कहा, ‘मैं संजय राउत को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने मुझे इतना शक्तिशाली समझा। पटोले ने कहा, ‘अगर मैं होता तो खोके सरकार (शिंदे गुट के नेताओं पर पाला बदलने के लिए पैसे लेने के आरोपों का जिक्र करते हुए) सत्ता में नहीं आती और एमवीए सरकार बनी रहती।

उन्होंने कहा, ‘मेरे पास संवैधानिक अधिकार थे। लेकिन उनकी पार्टी के नेताओं ने संकट के दौरान कुछ नहीं किया। सिर्फ इसलिए कि राउत ने ये सवाल उठाए हैं, इससे महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दे जैसी समस्याओं का समाधान नहीं होगा। राउत को इन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। नाना ने कहा, ‘हम राज्य के मुद्दों को उठाकर ही भाजपा का मुकाबला कर सकते हैं। मैं केवल राउत को सलाह दे सकता हूं। ‘मैं कोई विशेषज्ञ नहीं हूं।

विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के मुद्दे पर पटोले ने कहा, “मुझे विधानसभा अध्यक्ष बनाने का फैसला सोनिया गांधी का था। स्पीकर के तौर पर मेरे इस्तीफे का फैसला भी सोनिया गांधी ने ही लिया था। पार्टी द्वारा दिए गए आदेशों का पालन करना मेरा कर्तव्य है। अगर कोई आलाकमान द्वारा लिए गए फैसले पर सवाल उठा रहा है तो यह सही नहीं है।

राज्य के प्रभारी एच के पाटिल कल यहां आएंगे। वह ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान का जायजा लेंगे। कांग्रेस के भीतर कोई मतभेद नहीं है। भाजपा कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। वे एमएलसी चुनावों के परिणामों से नाराज हैं।

पटोले ने यह भी कहा कि वह प्रभारी एचके पाटिल के साथ बैठक में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा, ‘मेरी पाटिल से बात हुई है। मैं चुनाव के लिए पुणे जाऊंगा, और इसलिए मैं बैठक में भाग नहीं ले पाऊंगा। मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस बारे में सूचित कर दिया है।

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