पंजाब (Punjab) में फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव होने है। मगर इससे पहले ही पंजाब की राजनीति में बड़ी फेर – बदल देखने को मिल रही है। कांग्रेस पार्टी (Congress Party) में सबसे अधिक अस्थिरता बनी हुई है। पहले कैप्टेन अमरिंदर सिंह (Cpt. Amrinder Singh) ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, जिसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjeet Singh Channi) को मुख्यमंत्री बनाया गया, फिर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhhu) ने प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ दिया और फिर अमरिंदर सिंह ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। मगर उनकी पत्नी उनके विपक्ष में खड़ी नजर आ रही है।
बीते गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए परनीत कौर (Parneet Kaur) ने यह साफ कर दिया की वह फिलहाल पार्टी छोड़कर कही नहीं जा रही है। परनीत कौर पूर्व केंद्र मंत्री रह चुकी है और वर्तमान में पटियाला (Patiyala) लोकसभा सीट से सांसद है। वह लगभग 25 सालों से कांग्रेस पार्टी के साथ जुड़ी हुई है।
कौन है परनीत कौर?
परनीत कौर कैप्टेन अमरिंदर सिंह की पत्नी है। वह दोनों कांग्रेस पार्टी के साथ काफी लंबे वक्त से जुड़े हुए है। मगर परनीत कौर ने अपने पति के पार्टी छोड़ने के फैसले के विपक्ष में कदम उठाते हुए कहा कि वह अभी पार्टी से बाहर नहीं जाएंगी।
बता दें कि परनीत कौर 1999 से लेकर अबतक चार बार पटियाला से सांसद चुनी जा चुकी है। उन्होंने 2009 से 2012 तक भारत सरकार में विदेश राज्य मंत्री के रूप में काम किया है। 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने परनीत कौर के अंतर्गत आने वाले 9 में से 7 सीटों पर जीत हासिल की थी। वह पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण चेहरा है।
मैं कांग्रेस में ही रहूंगी – परनीत कौर
मीडिया के सवाल पूछे जाने पर परनीत कौर ने कहा, ” मैं अभी कांग्रेस में ही रहूंगी और अपने संसदीय पद पर कायम रहूंगी। मेरा पार्टी छोड़ने का फिलहाल कोई भी इरादा नहीं है।” इससे पहले अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर मीडिया को साफ बताया कि वह कांग्रेस में अब नहीं रहने वाले है। वह पार्टी छोड़ने वाले है। साथ ही उन्होंने नवजोत सिंह पर हमला करते हुए कहा कि वह पंजाब की राजनीति के लिए सही आदमी नहीं है।
कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में अमित शाह से औपचारिक मुलाकात की है। ऐसे में उनका भाजपा में आगमन हो सकता है। साथ ही चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद सिद्धू ने प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ दिया था। इसमें परनीत कौर के पार्टी न छोड़ने के फैसले से लगता है कि पंजाब कांग्रेस की अगली प्रदेश अध्यक्ष वही बनेंगी।