हाल ही में बीबीसी और अन्य विश्वसनीय न्यूज़ वेबसाईट्स के द्वारा किये गए खुलासे ने तकनीक के बेहद ही घिनौने और गलत इस्तेमाल का खुलासा किया है. अफ़सोस कि ये ऐसा गलत इस्तेमाल है, जिसका उपयोग किसी भी व्यक्ति कि इज्ज़त और आबरू की धज्जियाँ उड़ाई जा सकती हैं.
इस तकनीक का सबसे घटिया इस्तेमाल फ़ेक पोर्न बनाकर किसी भी महिला या पुरुष को बदनाम करने में किया जा सकता है. मशहूर व्यक्तियों के खिलाफ़ इस तकनीक का बहुत इस्तेमाल किया भी जा रहा है. तकनीक के इस बढ़ते इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए कुछ सरफिरे लोगों ने एक ऐसे सॉफ्टवेयर का निर्माण भी कर डाला है, जो सिर्फ और सिर्फ पोर्न फ़िल्म बनाने के लिए उपयोग किया जा रहा है.
हाल के हफ़्तों में ‘डीपफ़ेक्स’ के बहुत मामले सामने आए हैं जिसमें किसी अभिनेत्री का चेहरा किसी और के शरीर पर लगाकर पॉर्न वीडियो बनाए जा रहे हैं. बहुत सारी बॉलीवुड अभिनेत्रियों के भी फेक विडियो वायरल किये जाते है. किसी पोर्न वेबसाइट पर जाने और किसी फेमस अभिनेत्रिओं की के विडियो मिल जायेंगे जो कि पूर्णत: फेक होते है.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इस तरह के वीडियो बनाना अब और आसान हो गया है. लोगों की सेक्शुअल फ़ंतासियों को इंटरनेट के ज़रिए पूरा करने के लिए इस तरह के वीडियो बनाए जा रहे हैं. संस्थाएं और कंपनियां इस बारे में जागरूक और तैयार नहीं हैं. जिन वेबसाइट पर ऐसी सामग्री आ रही है वो नजर रख रही हैं. लेकिन, अधिकतर को नहीं पता कि क्या करना है.
इस तकनीक के साथ अब प्रयोग होने लगे हैं. यहां उत्सुकता है क्योंकि इससे मशहूर चेहरे अचानक सेक्स टेप में दिखने लगे हैं. इस तकनीक के इस्तेमाल के गंभीर परिणाम भी हो सकते हैं. आज हम फ़ेक न्यूज के जिस दौर से गुजर रहे है. अब ये ट्रेंड खतरनाक साबित हो रहा है.
अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के चेहरे को लेकर कई वीडियो बनाए गए हैं. ये वीडियो स्पूफ़ हैं, लेकिन किसी ख़ास मकसद के प्रचार में इनके इस्तेमाल से हो सकने वाले प्रभाव की कल्पना की जा सकती है.
क्यों किया जाता है ऐसा?
बीबीसी में छपी रिपोर्ट के अनुसार – इन वीडियोज़ को बनाने में इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर के डिज़ायनर बताते हैं कि सॉफ्टवेयर को सार्वजनिक किए जाने के एक महीने के अंदर ही एक लाख से ज्यादा बार इसे डाउनलोड किया जा चुका है. अब ये एडिटिंग बस तीन स्टेप्स में पूरी जाती है: किसी व्यक्ति की फ़ोटो जुटाना, एक पॉर्न वीडियो चुनना और फिर इंतज़ार करना. बाकी काम आपका कंप्यूटर कर देगा हालांकि यह एक छोटी क्लिप के लिए 40 घंटे तक का समय ले सकता है.
सेलेब्रिटीज़ जिनका चेहरा हुआ इस्तेमाल
- डीपफ़ेक के लिए कुछ हस्तियों का चेहरा ज़्यादा इस्तेमाल हुआ है. हॉलीवुड अभिनेत्री एमा वॉटसन का डीपफ़ेक में बहुत ज़्यादा इस्तेमाल हुआ है.
- उनके अलावा मिशेल ओबामा, इवांका ट्रंप और केट मिडलटन के भी डीपफ़ेक बनाए गए हैं.
- वंडर वुमन का किरदार निभाने वाली गेल गैडोट का डीपफ़ेक इस तकनीक का असर बताने वाले पहले डीपफ़ेक में से एक था.
- कुछ वेबसाइट जो इस तरह के कंटेंट को शेयर करने की सुविधा देती हैं, अब इसे लेकर विकल्पों पर विचार रही हैं. एक इमेज होस्टिंग साइट जिफ़कैट ने उन पोस्ट को हटा दिया था जो डीपफ़ेक्स में पाए गए.
- शाहरुख के बेटे और अमिताभ की नातिन का फर्जी विडियो वायरल हुआ था.