एक ज़माना था जब कांग्रेस को हराने सारा विपक्ष एक जुट होने की बार बार कोशिश करता था,लेकिन कामयाबी मिलने के पहले ही धराशाई हो जाता था । यही वजह रही कि कांग्रेस ने दशको राज किया बस उन्ही वक्तों ने पलटी मारी अब बीजेपी को हराने विपक्ष ताने बाने बुनने में लगा हुआ है। लेकिन सफलता जब ही मिलेगी कि कोशिशों को अमली जामा पहनाया जाए,इसका उदाहरण चित्रकूट चुनाव ने दिखा ही दिया काश यहां वोटों के बिखराव हो जाते तो चित्रकूट में कभी कामयाबी नही मिल पाती।
कांग्रेस सहित सारी पार्टियों को अपने अहम को बलाए ताक रखना होगा तभी मन्ज़िले मकसूद को पहुँचा जा सकता है। Bjp अभी अनेकों भवँर में हिचकोले मार रही है उसी का फायदा उठाकर विपक्ष छक्का जड़ सकता है या क्लीन बोल्ड हो घर मे दुबक आंसू बहा सकता है।
इस वक्त bjp किसानों व्यापारियों आम जन और यहां तक कि पार्टी के मैदानी कार्य कर्ताओं तक को नाराज़ किए हुए है । किसान परेशान है कि उसकी रात दिन की मेहनत को ऐड़ी तले रौंदा जा रहा है ।व्यापारी परेशान है कि उसे मिटाने की पूरी साज़िश उन लोगों ने रच डाली जिन्हें वो मसीहा समझ बैठे थे । कार्यकर्ता परेशान है कि पार्टी के ओहदेदार उसे जरखरीद गुलाम समझ रहे है और जनता बेचारी इन नाकाबिल हाथों से चलने वाली चक्की में पिसे जा रही है । न समझोगे तो मिट जाओगे ए विपक्ष वालों ।तुम्हारी दास्तां भी न होगी दस्तानों में।
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