लखीमपुर खीरी हत्या मामले में सोमवार 3 दिसंबर को SIT (special investigation team) ने 5 हज़ार पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में दाखिल की गयी है। 3 अक्टूबर 2021 को यूपी के लखीमपुर खीरी (lakhimpur kheri) में जीप से किसानों (farmers) को कुचलने के मामले में ये जांच की जा रही थी। जिसे पूरे 90 दिन का समय लगा।
बहरहाल, जांच पूरी हो चुकी है। जांच में जो 5 हज़ार पन्नो की चार्जशीट दाखिल की गई है उसमें मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को बताया गया है। वहीं इसके इतर भी 12 लोगो को कृत्य में शामिल माना गया है। मालूम हो कि 6 जनवरी को आशीष मिश्रा की जमानत को लेकर सुनवाई होनी थी लेकिन चार्जशीट दाखिल होने के बाद ज़मानत मिलना लग रहा है मुश्किल है।
5 हज़ार पन्नो की चार्जशीट में क्या लिखा है ?
● चार्जशीट के मुताबिक लखीमपुर खीरी में किसानों की जीप से कुचलकर हत्या करने का मुख्य आरोपी यूपी के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा है।
● आशीष मिश्रा के अलावा 12 और लोगों के नाम आरोपियों की लिस्ट में हैं।
● चार्जशीट में एक नए आरोपी वीरेंद्र शुक्ला का नाम जोड़ा गया है। वीरेन्द्र पर सबूत मिटाने के आरोप हैं। वहीं वीरेंद्र शुक्ला को अजय मिश्रा टेनी का करीबी भी माना जाता है।
● पहले की धाराओं में बदलाव किए गए हैं। पहले IPC की धारा 279 , 338 , 304A लगाई गई थी। वहीं अब इन्हें हटाकर नई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है।
● ये धराए हैं 302, 307, 326, 34, 427, 147, 148, 149 और 120 B । वीरेंद्र शुक्ला पर IPC की धारा 201 (सबूत मिटाने का प्रयास) लगाई गई है।
● 5 हज़ार पन्नो की इस चार्जशीट में 13 आरोपियों के नाम, आशीष मिश्रा उर्फ़ मोनू, नंदन सिंह बिष्ट, अंकित दास, सत्यम त्रिपाठी, लतीफ उर्फ़ काले, शेखर भारती, सुमित जायसवाल, आशीष पांडेय, लवकुश, शिशुपाल, मोहित त्रिवेदी, रिंकू राणा और धर्मेंद्र कुमार बंजारा दिए गए हैं।
चार्जशीट में अजय मिश्रा टेनी का नाम नहीं :
लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के बाद से ही लगातार विपक्ष और किसान संगठन यूपी के गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर कार्यवाही और मंत्री पद से हटाए जाने को लेकर आवाज़ उठा रहे हैं। लेकिन अभी तक ये सम्भव नहीं हुआ है। चार्जशीट में भी अजय मिश्रा टेनी का नाम शामिल नहीं हैं। किसानों के वकील मोहम्मद अमान इस बात से नाखुश है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, की चार्जशीट में अजय मिश्रा का नाम शामिल करने को लेकर प्रयास करेंगे।
चार्जशीट पर प्रतिक्रिया देते हुए यूपी की कोंग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (priyanka gandhi vadra) ने ट्विटर पर लिखा
” झूठी माफ़ी और कानून वापस लेने जैसे चुनावी कदम भी मोदी जी की किसान विरोधी सोच को ढक नहीं सकते। वे रक्षक के पद पर हैं लेकिन भक्षक के साथ खड़े हैं। लखीमपुर खीरी नरसंहार मामले में भी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे किसानों को कुचलने की घटना के मुख्य आरोपी हैं लेकिन @narendrmodi जी के संरक्षण के चलते मंत्री अजय मिश्रा टेनि पर जांच की आंच तक नहीं आई है। वो अपने पद पर बने हुए हैं।”
5000 पेज वाली चार्जशीट का सच पूरे देश ने वीडियो के रूप में देखा है फिर भी मोदी सरकार आरोपियों को बचाने में लगी है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 3, 2022
भारत गवाह है!#Lakhimpur #Farmers #टेनि_को_बर्खास्त_करो
कोंग्रेस (congress) नेता राहुल गांधी (rahul gandhi) ने भी ट्वीट कर कहा, “पूरे देश ने 5 हज़ार पन्नो की चार्जशीट की सच्चाई को वीडियो के रूप में देखा हैं। फ़िर भी मोदी सरकार आरोपियो को बचाने की कोशिश कर रही है। भारत गवाह है।” SP प्रमुख अखिलेश यादव (akhilesh yadav) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, की मोदी जी ऐसी वॉशिंग मशीन लाए हैं कि उनके पास कोई भी आदमी हो वो कभी गलत काम कर ही नहीं सकता।
लखीमपुर खीरी में किसानों की हुई थी हत्या :
देश भर में किसानों के व्यापक आंदोलन के दौरान लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में उप मुख्यमंत्री केश्वप्रसाद मौर्या (Keshav Prasad mourya) के रॉड शो का विरोध करने के लिए किसान पहुंचे थे।
लेकिन वहां एक SUV जीप से किसानों को कुचल दिया गया था। हालात बेकाबू हो गए और किसानों ने दो BJP कार्यकर्ता को धरदबोचा। इस पूरे कृत्य में 8 लोगो की मौत हुई थी जिसमे 4 किसान और 1 स्थानीय पत्रकार शामिल है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस SUV जीप से किसानों को कुचला गया वो अजय मिश्रा टेनी (ajay mishra tani) के नाम हैं। घटना के दौरन जीप को मंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा (ashish mishra) चला रहा था। जिसे बाद में नेपाल से गिरफ़्तार कर लिया गया था।