कांग्रेस ने शिवसेना को एनपीआर लागू करने की बात को लेकर आड़े हाथों लिया है,महाराष्ट्र में गठबंधन में सरकार चला रहें शिवसेना,कांग्रेस और एनसीपी में अब एनपीआर लागू किये जाने की बात पर पर ठन गयी है,कांग्रेस ने इस पर नाराजगी जाहिर की है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि “एनपीआर को अपडेट करने की कवायद से कोई परेशानी नही हैं” वहीं देशभर में चल रहें विरोध प्रदर्शन में सीएए एनआरसी के साथ एनपीआर भी शामिल है।
इसी विरोध को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने अपनी स्थिति को साफ कर दिया है,महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि “एनपीआर में जन्मभूमि और पिता और माता की जन्मतिथि जैसे अतिरिक्त प्रश्न रखे गए हैं। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्गों के अशिक्षित लोग अपना जन्मस्थान या माता – पिता की जन्मतिथि नहीं बता सकते हैं।”
बड़े विवाद की वजह बना एनपीआर पर ठाकरे स्पष्ट नज़र आ रहें हैं,लेकिन उसके घटक कांग्रेस इस मुद्दे पर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नही कर सकती है,क्योंकि कांग्रेस ही मुख्य तौर पर देश भर में सीएए,
एनआरसी के खिलाफ बोलती हुई नज़र आ रही है।
हालांकि उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट कर दिया है कि वो राज्य में एनआरसी लागू नही होने देंगे,लेकिन जैसा कि बताया जा रहा कि विवाद का विषय एनपीआर भी है तो उस पर भी कोई लापरवाही कांग्रेस बरतने देना नही चाहती है।
अब देखना ये है कि आगे क्या होगा? क्या इस मुद्दे का भी हल निकलेगा? या इस मुद्दे के बल पर महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार ही गिर जायगी? सवाल लाज़मी है कि एनपीआर के खिलाफ चल रहा है विरोध क्या महाराष्ट्र सरकार गिरा देगा?