बुधवार को हुई रक्षा समिति की बैठक में कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने समिति के समक्ष भारत चीन सीमा और अफगानिस्तान जैसे मुद्दों पर चर्चा का प्रस्ताव रखा। समिति अध्यक्ष जुयाल ओरांव के चर्चा पर इंकार के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य सांसदों ने बैठक से वॉकआउट कर दिया।
जिसके बाद राहुल गांधी ने सरकार द्वारा विदेशी नीति को राजनीतिक हथकंडा बनाकर देश को कमज़ोर करने की का आरोप लगाया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल और कोंग्रेस सांसद पहले भी ऐसा कर चुके हैं।
कई मुद्दों पर ध्यान देने की ज़रूरत:
बुधवार को रक्षा संबंधी संसद की स्थायी समिति की चर्चा में छावनी बोर्डो के कामकाज पर चर्चा की जा रही थी, जिसमें राहुल गांधी ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत करने का प्रस्ताव रखा था। इसमें वास्तविक नियंत्रण रेखा, अफगानिस्तान में तालिबानी हिंसा और चीन की आक्रामकता जैसे मुद्दे शामिल थे।
बीजेपी मेंबर जुयाल ओरांव की अध्यक्षता वाली समिति ने यह कह कर चर्चा करने इनकार कर दिया कि इन विषयों को बैठक से पहले प्रस्तावित नहीं किया गया, इसलिए इन पर चर्चा नहीं कि जा सकती।
वास्तविक नियंत्रण रेखा और अफगानिस्तान जैसे गंभीर विषयो पर चर्चा की मांग:
बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि पिछले कई बार से छावनी बोर्डो के कामकाज पर ही चर्चा की जा रही है, इन पर भी चर्चा होनी चाहिए। लेकिन चीन पर चीन की गतिविधियों और अफगानिस्तान की घटनाओं पर भी हमें बात करनी चाहिए।
राहुल गांधी ने उस खबर का हवाला दिया जिसमें कहा गया कि चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा को पार कर लिया है। दोनों पक्षो के बीच एक बार झड़प भी हो चुकी है, हालांकि सेना ने ऐसी किसी भी खबर को सिरे से ख़ारिज कर दिया है।
विपक्षी नेताओं ने भी दिया साथ
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक मीटिंग में शामिल विपक्षी नेताओं ने भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सुझाए गए मुद्दों उनका समर्थन किया। वहीं, राहुल के लद्दाख वाले स्टेटमेंट पर जवाब देते हुए सरकार ने कहा “चीन ने लद्दाख के उन हिस्सों पर कब्ज़ा करने की कोशिश नहीं की है जहां से वो फ़रवरी महीने में पीछे हट गया था। साथ ही दोनों और से लगातार क्षेत्र में टकराव के मामलों पर वार्ता हो रही हैं।”
हालांकि,पिछले साल भी राहुल और अन्य कांग्रेसी सांसदों ने रक्षा समिति की बैठक से वॉकआउट कर दिया था। जिसके जवाब में उनका कहना था कि समिति की बैठक में सेना की ड्रेस पर चर्चा होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि हम राजनीतिक लोग सेना की ड्रेस पर चर्चा करने वाले कौन होते हैं?
राहुल गांधी ने ट्वीट कर साधा निशाना
राहुल गांधी ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा कहा,” विदेशी नीति को राजनीतिक हथकंडा बनाकर देश को कमज़ोर कर दिया है।” इतना ही नहीं राहुल ने महामारी को लेकर भी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा-कोरोना टीके के कथित तौर पर कमी है। यहाँ जुमले हैं, टीके नहीं है।
गौरतलब है कि अधिकतर राज्य इस बात पर एक मत हैं कि केंद्र सरकार टीके मुहैया कराने में असफल रही है। वहीं झारखंड के सीएम हेमन्त सोरेन ने बीते दिनों टीके की कमी को लेकर “बून्द बून्द वैक्सीन मिलने की बात कही है।”