आजकल विकास की परिभाषा बदल चुकी है। आधी आबादी के लिए कौन कितनी सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, यही देखा जाता है। इस चक्कर में कई सारी राज्य सरकारें अपने – अपने लेवल पर महिलाओं का जीवन सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए देश हर रूप से आगे बढ़ रहा हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और झारखण्ड में महिलाओं के लिए नए स्कीम्स लाए गए।
यूपी में निराश्रित महिलाओं के लिए राहत
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान निराश्रित हुई महिलाओं को बड़ी राहत देने की योजना बनाई है। 31 जुलाई को टीम 9 के साथ हुई अपनी बैठक में योगी आदित्यनाथ ने आला अफसरों को इन निराश्रित हुई महिलाओं के राहत योजना के लिए एक खाका तैयार करने का निर्देश दिया है।
इस योजना के तहत महिलाओं को अपना जीवन – यापन करने के लिए आर्थिक रूप से सहायता दी जाएगी। साथ ही उन्हें नए रोजगार का भी अवसर राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा।
योगी सरकार ने महिलाओं के लिए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए इस रक्षाबंधन उन्हें विशेष तौर से सहूलियत देते हुए परिवहन निगम की सभी श्रेणी की बसों में मुफ्त यात्रा की घोषणा की। शनिवार रात 12:00 बजे से रविवार रात 12:00 बजे तक महिलाओं को इस सुविधा का लाभ मिला।
झारखण्ड की हेमंत सरकार भी महिलाओं के प्रति समर्पित
झारखण्ड राज्य में हेमंत सोरेन के 21 माह के शासनकाल में महिलाओं के सम्मान से जुड़े कई कार्य किए गए हैं। प्रदेश पर महिला तस्करी का कलंक लगाया जाता रहा है। इस दाग को मिटाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तीन बार शोषित महिलाओं का रेस्क्यू करवाया है।
आधी आबादी को लाभ देने के लिए आजीविका संवर्धन हुनर अभियान, पलाश ब्रांड और फूलो – झानो आशीर्वाद अभियान की शुरुआत राज्य सरकार ने की है। ग्रामीण इलाकों में आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रदेश सरकार ने 600 करोड़ रुपए पारित किए है।
हरियाणा सरकार भरेगी महिलाओं का प्रीमियम
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने रक्षाबंधन पर महिलाओं को विशेष तोहफा दिया। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस तोहफे का ऐलान शनिवार को किया।
स्कीम के तहत हरियाणा सरकार ने स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 3.25 लाख महिलाओं के प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का प्रीमियम मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना से भरने का ऐलान किया है।
प्रदेश सरकार ने रक्षाबंधन के पर्व पर खास महिलाओं के लिए 3000 अतिरिक्त बसों का परिचालन करवाया। सामान्य रूप से प्रदेश में 2500 बसें ही चलती है।