यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur) में करीब 4 दिन पहले हुए मनीष गुप्ता हत्याकांड (Manish Gupta Murder Case) के बाद यूपी पुलिस (UP Police) पर लगातार उंगली उठाई जा रही है। योगी के जीरो टॉलरेंस नीति (Zero Tolerance Niti) पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। कानपुर (Kanpur) के कारोबारी का पुलिस द्वारा गोरखपुर (Gorakhpur) में हत्या कर देना कई सवाल खड़े कर रहा है। ऐसे में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की ओर से इस मामले में बड़ी अपडेट देखने को मिली है।
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में घटित हुए मनीष गुप्ता (Manish Gupta) हत्याकांड पर सख्त कार्यवाही करने का वादा किया है। उन्होंने मीडिया को बयान देते हुए कहा कि, “प्रदेश में कुछ समय से पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी बहुत बढ़ गई है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” उन्होंने यह भरोसा दिलाया है कि आरोपी पुलिसकर्मियों पर जल्द ही सख्त कार्यवाही करते हुए उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। उन्होंने मनीष गुप्ता के परिजनों से मुलाकात की और उनकी सारी मांगे स्वीकार की है।
क्या है मनीष हत्याकांड?
कानपुर के मशहूर प्रॉपर्टी डीलर (Property Dealer) मनीष गुप्ता की हत्या कुछ ही दिनों पहले गोरखपुर में हुई। आरोप है कि गोरखपुर पुलिस (Gorakhpur Police) ने उनकी जबरन पिटाई की जिसके कारण उनकी मौत हो गई। मनीष गोरखपुर के एक होटल में अपने दो दोस्त हरदीप और प्रदीप के साथ ठहरे हुए थे। उनके साथ उनका एक भांजा भी था। दोनों दोस्तों के बयान और भांजे के मोबाइल से मिली कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर यह देखने को मिला कि उनकी हत्या पुलिस वालों ने ही की।
दोस्तों के बयान से पता लगा कि पुलिस के कुछ कर्मी होटल में तलाशी लेने के बहाने से दाखिल हुए और उन्होंने मनीष के साथ दुर्व्यवहार करते हुए मारपीट की, जिसके बाद उनकी हालत गंभीर हो गई। पुलिस वालों ने मामले को दबाने के लिए मनीष को करीब डेढ़ घंटे बाद एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल किया और वहां से सरकारी मेडिकल कॉलेज ट्रांसफर करवाया। मगर मनीष के दोस्तों के मुताबिक उनकी मृत्यु प्राइवेट अस्पताल में ही हो गई थी।
योगी से मिला पीड़ित परिवार
कानपुर जिला प्रशासन (Kanpur District Administration) ने मनीष के परिजनों की योगी से मुलाकात करवाई। मृत्य मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी, बेटा अभिराज, पिता नंदकिशोर, भाई सौरभ, भांजे का दोस्त दुर्गेश बाजपेई, अधिवक्ता रंजीत सिंह और बहनोई रोहित गुप्ता योगी से मिलने पहुंचे थे। योगी ने पत्नी मीनाक्षी की हर मांग को पूरा करने का भरोसा दिया साथ ही योगी ने उनको प्रशासनिक सेवा (Civil Services) में नौकरी देने का वादा किया है।
मामला सामने आने के बाद और योगी के एक्शन में आते ही आरोपी पुलिसकर्मी और अधिकारी फरार हैं। योगी ने आला अधिकारियों से सभी भ्रष्ट पुलिस कर्मचारियों की सूची भी मांगी है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक है और इस समय यूपी पुलिस का ऐसे हत्याकांड में हाथ होना मौजूदा प्रदेश सरकार के लिए सही नहीं है।