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धर्म के नाम पर पड़े वोट,भारत की एकता के लिए अशुभ संकेत – आसिफ आर एन

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2017 विधानसभा चुनाव के नतीजे और बीजेपी की भारी बहुमत से कई सवाल पैदा हो रहे हैं। महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए,नोटबन्दी से जान माल का नुकसान बड़े पैमाने पर हुआ,काला धन पर कोई कार्यवाई नहीं हुई,भरष्टाचार पर कोई अंकुश नहीं लगा,धर्म और जाति के नाम पर भेदभाव के आधार पर मारपीट,हत्या और बलात्कार के मामलो में भारी बढ़त हुई,आतंकवादी घटनाएं बढ़ीं,सरहद पर पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी के शिकार भारतीय जवान बड़ी संख्या में शहीद हुए!!! तो फिर आखिर क्या वजह रही की भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही और जनता ने क्यों भाजपा को पसन्द किया?? दरअसल भाजपा ने अपनी हर नाकामी को धर्म की कट्टरता का लबादा ओढ़ा कर बहुत चालाकी से आम हिंदुओं की धार्मिक भावना भड़काने में पूरी तरह से सफल रही ! धर्म के नाम पर भाजपा को मिली जीत भले ही राजनीतिक दृष्टिकोण से सफलता हो मगर मुल्क की गंगा जमुनी तहज़ीब के लिए अशुभ संकेत हैं ये। चूँकि जनता का फैसला है ये इसलिए इस फैसले का स्वागत है,लेकिन नतीजों से एक बात साफ़ नज़र आरही है की आज जनता भी विकास नही बल्कि धर्म की कट्टरता को आधार बना कर वोट कर रही है जो की भारत की एकता और अखण्डता के लिए खतरे की घण्टी है। भाजपा को जीत की बधाई।