अपने गोरखपुर (gorakhpur) दौरे पर PM modi ने लाल टोपी (lal topi) की बात छेड़ कर UP की सियासत में पेट्रोल का काम कर दिया है। लाल टोपी पर दिए बयान पर अब घमासान मचा हुआ है। मामला अब सिर्फ नेताओ की बयानबाज़ी तक ही सीमित नहीं रह गया है बल्कि, संसद तक भी पहुंच गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स और PM मोदी की वीडियो से आपको पता तो चल ही गया होगा कि “लाल टोपी का ये इशारा किसकी तरफ किया गया था। हालांकि, जिसकी तरफ इशारा किया गया था उसने भी खासी प्रतिक्रिया देते हुए PM मोदी और उनकी पार्टी पर निशाना साध दिया।
लाल टोपी पर सियासत :
गोरखपुर दौरे पर PM मोदी ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा, की ये लाल टोपी वाले UP के लिए red alart है। लाल टोपी वालो को लाल बत्ती चाहिए। अपनी तिजोरी भरने के लिए, घोटालों के लिए, अवैध कब्ज़ों के लिए और माफियाओं को छूट देने के लिए इन्हें सत्ता चाहिए। आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए और उन पर मेहरबानी दिखाने के लिए, लाल टोपी वालो को सरकार बनानी है।
भाजपा के लिए ‘रेड एलर्ट’ है महंगाई का; बेरोज़गारी-बेकारी का; किसान-मज़दूर की बदहाली का; हाथरस, लखीमपुर, महिला व युवा उत्पीड़न का; बर्बाद शिक्षा, व्यापार व स्वास्थ्य का और ‘लाल टोपी’ का क्योंकि वो ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 7, 2021
लाल का इंक़लाब होगा
बाइस में बदलाव होगा! pic.twitter.com/NPDAGzzjIi
दूसरी और मेरठ में जयंत चौधरी (jayant choudhary) के साथ सयुंक्त रैली कर रहे लाल टोपी वाले अखिकेश यादव (akhilesh yadav) ने भी PM मोदी के बयान पर कहा, की BJP का सूरज डूब जाएगा।
अखिलेश यादव ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि “जो पैदा करे खाई वो ही है असली भाजपाई” उन्होंने कहा कि BJP का प्रचार झूठा है और वादे जुमले। अपनी रैलियों में उमड़े जनसैलाब की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये परिवर्तन की निशानी है।
ट्विटर पर क्या हाल है :
PM मोदी के लाल टोपी वाले बयान पर ट्विटर पर खासी प्रतिक्रिया मिल रही हैं। बता दें कि PMO इंडिया के ट्विटर अकॉउंट से PM के इसी भाषण की लाल टोपी वाली कुछ लाइने पोस्ट की गईं। वहीं दूसरी ओर जयंत सिंह (jayant singh) ने ट्विटर पर लिखा, ” जनता को खूब टोपी पहनाई है, इसलिए वहीं पर निगाह हैं” , वहीं दूसरी और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (sanjay singh) ने PM मोदी की काली टोपी पहने एक फोटो शेयर करते हुए लिखा, ” मोदी जी काली टोपी पहनने वालो का दिल और दिमाग दोनों काला होता है।”
टोपी की लड़ाई संसद तक आई :
इस बीच गुरुवार (9 december) को जया बच्चन (jaya bachchan) लाल टोपी पहन संसद के परिसर में दिखाई दी। शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अन्य सांसद भी लाल टोपी में दिखाई दिए। जया बच्चन संसद में गांधी प्रतिमा के पास विपक्ष के विरोध में भी पहुंची।
वहां NDTV से बातचीत में उन्होंने कहा, “मुझे लाल टोपी पर गर्व है, जब भी मौका मिलता है में लाल टोपी पहनती हूँ, मैं काली टोपी नहीं पहनती। पीएम के बयान पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि पांच साल में आपने क्या किया है वो जनता ने देखा है।
वो घबराएं हुए हैं, मैं पीएम पद का सम्मान करती हूं चाहे व्यक्ति का करू या नहीं।
संवाददाता के एक सवाल पर उन्होंने कहा, की वो डर रहे हैं इसलिए लाल टोपी को खतरा बता रहे हैं। PM मोदी की खासियत है कि वो एक आद जुमले छोड़ देते हैं और फिर उसी पर प्रचार करते हैं। जुमलों से और बातों से कुछ नहीं होगा, काम करके दिखाइए।
UP में समाजवादी पार्टी की पहचान है लाल टोपी :
लाल टोपी (lal topi) UP में समाजवादी पार्टी ( Samajvadi parti SP) की पहचान है। अक्सर सपा नेता और सांसद लाल टोपी पहने मिल जाते हैं। UP में जब से चुनावी रैलियों और मंथन का आगाज़ हुआ है तब से अखिलेश यादव पूरी फॉर्म में हैं।
अखिलेश जहाँ जा रहे हैं वहीं “22 में बदलाव होगा वाली” बात बोल रहे हैं। यही नहीं UP चुनावों में अखिलेश को जयंत चौधर ( jayant choudhary), ओपी राजभर (OP rajbhar) और आम आदमी पार्टी (aam aadami parti का समर्थन भी प्राप्त हो गया है। ऐसे में सपा गठबंधन BJP के लिए चुनौती बन सकता है।