sampoorn singh kalra

0
More

अक्सर खामोश रहने वाले गुलजार की बोली को समझने की कोशिश करनी ही होगी

  • December 31, 2019

कहीं पढ़ा था कि गुलजार साहब टॉलस्टॉय के एक वाक्य से बेहद प्रभावित हैं। ‘ तब तक मत लिखो, जब तक उसे लिखे बिना रह नहीं...