ravish kumar ka blog

0
More

नागरिकता संशोधन विधेयक: हिंदी प्रदेश को कचरे के ढेर में बदला जा रहा है – रविश कुमार

  • December 6, 2019

जिस तरह से धारा 370 की राजनीति कश्मीर के लिए कम हिन्दी प्रदेशों को भटकाने के लिए ज़्यादा थी उसी तरह से नागरिकता संशोधन बिल असम...

More

संस्थाओं की बर्बादी के बीच जनता की मदहोशी

  • January 28, 2019

सूट-बूट की सरकार से शुरूआत करने वाली मोदी सरकार पांच साल बीतते-बीतते बड़े लोगों की सरकार हो गई है। बड़े लोगों की चिन्ता में जेटली जी...

More

3 जनवरी – भारत की महिलाओं का जन्मदिन

  • January 3, 2019

दो साड़ी लेकर जाती थीं। रास्ते में कुछ लोग उन पर गोबर फेंक देते थे। गोबर फेंकने वाले ब्राह्मणों का मानना था कि शूद्र-अतिशूद्रो को पढ़ने...

More

यूनिफॉर्म सिविल कोड का मुद्दा भी बोगस निकला, आप फिर उल्लू बने

  • September 3, 2018

यूनिफॉर्म सिविल कोड की इस वक्त न ज़रूरत है और न ही यह अनिवार्य है। यह राय भारत के क़ानून आयोग की है। पिछले शुक्रवार को...

More

प्रेस की आज़ादी पर 300 अमरीकी अख़बारों के संपादकीय

  • August 18, 2018

अमरीकी प्रेस के इतिहास में एक शानदार घटना हुई है। 146 पुराने अख़बार बोस्टन ग्लोब के नेतृत्व में 300 से अखबारों ने एक ही दिन अपने...

More

राफेल घोटाले को समझना चाहते हैं, तो रविश कुमार का ये लेख ज़रूर पढ़ें

  • August 9, 2018

आ गया आ गया, हिन्दी में राफेल लड़ाकू विमान से जुड़े सवाल-जवाब सबसे पहले दो तीन तारीखों को लेकर स्पष्ट हो जाइये। 10 अप्रैल 2015 को...