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व्यक्तित्व – कहते हैं कि, ग़ालिब का है अंदाज़ ए बयां और
आह को चाहिये, इक उम्र असर होने तक, कौन जीता है, तेरी ज़ुल्फ़ के सर होने तक ( ग़ालिब ) आह, का असर हो, इसके लिए,...