bhagat singh

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असेम्बली में बम धमाका नहीं बल्कि इसलिए मिली थी भगत सिंह को फांसी

  • September 28, 2021

वर्ष 1907 था। जब पंजाब के लायलपुर जिले के बंगा गांव (वर्तमान पाकिस्तान) में शाहिद ए आज़म भगत सिंह का जन्म हुआ। भगत, पिता किशन सिंह...

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जो झूठ पहले छिप कर बोला जाता था, अब खुले आम बोला जा रहा है

  • September 22, 2021

2014 के बाद देश की राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तन यह आया है कि झूठ या फर्जीवाड़ा, जो पहले लुकछिप पर कुछ अपराध बोध के साथ...

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इतिहास में दुष्प्रचार और झूठ का तड़का

  • April 1, 2021

इतिहास के साथ दुष्प्रचार और गलतबयानी एक आम बात रही है। सत्तारूढ़ शासक अक्सर अपने विकृत और विद्रूप अतीत को छुपाना चाहते है और अपने बेहतर...

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Krishna Kant
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एक जेल अधिकारी ने भगत सिंह की फांसी के बाद उन्हे पहचानने से इनकार कर दिया था

  • September 28, 2020

फांसी से ठीक पहले भगत सिंह के वकील प्राण नाथ मेहता उनसे मिलने पहुंचे, भगत सिंह ने मुस्कराते हुए स्वागत किया और पूछा, आप मेरी किताब...

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भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दी गयी फांसी, उनकी न्यायिक हत्या थी

  • March 25, 2020

23 मार्च शहीदे आज़म भगत सिंह का शहीदी दिवस है। इसी दिन लाहौर सेंट्रल जेल, जो अब पाकिस्तान में है में उन्हें फांसी पर लटका दिया...

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भगत सिंह के साथियों सुखदेव और राजगुरु को कितना जानते हैं आप ?

  • March 23, 2019

मार्च 23, भगत सिंह का शहादत दिवस है। आज ही के दिन लाहौर के सेंट्रल जेल में भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को अंग्रेजों ने फांसी...

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शहीद उधम सिंह ने कुछ इस तरह लिया था जलियाँवाला बाग़ हत्याकांड का बदला

  • March 13, 2018

जालियांवाला बाग हत्याकांड का दिन भारतीय इतिहास के सबसे काले दिनों में से एक है। आज भी पंजाब में हुए उस नरसंहार कांड की याद कर...

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आखिरी सांस तक अंग्रेज़ों के हाथ नहीं आये थे "आज़ाद"

  • February 27, 2018

देश के अमर क्रान्तिकारी चन्द्रशेखर आजाद का नाम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में चिरस्मरणीय रहेगा. चन्द्रशेखर ‘आजाद’ आजादी के ऐसे निर्भीक सेनानी थे, जिन्होनें अंग्रेज...

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‘सांडर्स’ की हत्या के लिए 17 दिसंबर का ही दिन क्यों चुना गया था ?

  • December 17, 2017

बात  1928 की है. इंडिया में अंग्रेजी हुकूमत थी. जब साइमन कमीशन भारत अाया. 30 अक्टूबर 1928 को.  जिसके विरोध में पूरे देश में आग भड़क उठी...