अपनी माँ के बीमार होने के बाद आरडी बर्मन ने की थी आशा भोसले से शादी 

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Heena Sen

आशा भोसले और आरडी बर्मन की प्रेम कहानी हिंदी सिनेमा के गलियारों में कौन नहीं जानता, दोनों ही म्यूजिक इंडस्ट्री के बड़े नामों में से एक रहे हैं। आशा भोसले की आवाज का आज भी कोई तोड़ नहीं है पर इन दोनों की प्रेम कहानी किसी फिल्मी ड्रामे से कम नहीं थी। आशा भोसले का जन्म 8 सितंबर 1933 को सांगली में हुआ था।

उनके पिता खुद भी एक अभिनेता और क्लासिकल गायक थे। आशा भोंसले और लता मंगेशकर को संगीत उनके पिता से विरासत में मिला। हालांकि जब आशा महज 9 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था। उस वक्त परिवार को संभालने के लिए उन्होंने लता मंगेशकर के साथ फिल्मों में गाना गाना शुरू किया, पर आशा को उस समय उतनी सफलता नहीं मिली थी।

सुरीली आवाज़ अलावा प्रेम कहानी के लिए भी जानी जाती हैं आशा भोसले 

आशा भोसले ने अपने करियर में कुल 20 भाषाओं में काम किया है। इन 20 भाषाओं के लिए उन्होंने करीब 16 हज़ार सदबहार गानों के लिए अपनी खूूबसूरत आवाज दी है। यह गाने आज भी सबकी ज़ुबान पर रहते हैं। लेकिन उनके जीवन में करियर के अलावा उनकी प्रेम कहानी भी काफी चर्चा में रही है।

 

दरअसल, आरडी बर्मन और आशा भोसलें दोनों पहले से शादीशुदा थे। लेकिन दोनों प्यार इस तरह परवान चढ़ा कि दुनिया के सारे बंधन पीछे छूट गए। यही नहीं आर डी बर्मन की मां भी आशा भोसले को पसंद नहीं करती थी। पर फिर भी आशा भोसले और आरडी बर्मन ने सभी के खिलाफ जाकर शादी कर ही ली। 

16 साल की उम्र में हुई थी पहली शादी

आशा की पहली शादी 16 साल की उम्र मेें गणपतराव भोलसे से हुई थी। लेकिन शादी के कुछ सालों बाद ही दोनों के रिश्ते में अनबन होने लग गई। जिसके बाद जब आशा तीसरी बार प्रेग्नेंट हुईं, उसी दौरान आशा आशा अपनी बहन के घर आकर रहने लगीं और 1960 में दोनों ने तलाक ले लिया। गणपतराव और आशा की दो बेटियां और एक बेटा है। 

आखिरी दिनों में थी आरडी बर्मन की शादी

आशा भोसले की नाकाम शादी तो नाकाम हो ही चुकी थी, वहीं दुसरी ओर आरडी बर्मन (पंचम दा) की शादी भी टूटने की कगार पर थी। पंचम दा अपनी पत्नी रीटा पटेल से इतने परेशान हो गए कि घर छोड़कर होटल जाकर रहने लगे। इसी दौरान आशा भोसले को पंचम दा के लिए गाना गाने का मौका मिला। इसके बाद उन्होंने कई प्रोजेक्ट आशा के साथ किये, इनमें से अधिकतर गाने सुपरहिट रहे। सफलता के इसी दौर में दोनों एक दूसरे के नज़दीक आ गए।

पंचम दा की मां को नामंजूर था दोनों का रिश्ता 

एक समय ऐसा आया, जब आशा और पंचम दा शादी करना चाहते थे लेकिन उनके लिए ये अपने रिश्ते को शादी की मंज़िल तक पहुंचाना काफी मुश्किल था। दरअसल, पंचम दा की मां आशा भोसले को पसंद नहीं करती थीं। वो नहीं चाहती थीं कि  पंचम दा खुद से 6 साल बड़ी औरत से शादी करें। इसीलिए उन्होंने दोनों के रिश्ते से इनकार कर दिया। 

पंचम दा की मां दोनों के रिश्ते से इतनी खफा दी कि उन्होंने बड़ी सख्ती से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि अगर पंचम दा और आशा ने शादी की, तो उनकी लाश पर से गुज़र कर आशा को घर मेें ले आए।  

मां की बीमारी के बाद दोनों ने कर ली शादी 

अपनी मां का इनकार सुनने के बाद पंचम दा वहां से चले गए। हालांकि दोनों इसके बाद भी शादी करना चाहते थे,  मां की वजह से ऐसा संभव नहीं था। फिर कुछ सालों के बाद पंचम दा की मां बेहद बीमार रहने लगीं और उन्होंने सभी को पहचाना बंद कर दिया, जिसके बाद पंचम दा और आशा ने शादी कर ली।

14 साल बाद हो गया पंचम दा का देहांत

आशा और पंचम दा की शादी के 14 साल के बाद आशा एक बार फिर अकेली हो गईं, 1994 में पंचम दा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। हालांकि पंचम दा के निधन से पहले उनकी फाइनेंशिल कंडीशन कुछ ठीक नहीं चल रही थी जिसके चलते आशा और वो अलग रहा करते थे।