अक्सर रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. यूँ तो रेलवे स्टेशन पर ऑटो, रिक्सा या टैक्सी मिल तो जाते हैं, पर कई बार यही ऑटो रिक्सा वाले यात्रियों को ठग लेते हैं.
लेकिन अब रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद रेल यात्रियों को टैक्सी के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी. दरअसल, भारतीय रेलवे ने दुनिया की सबसे बड़ी और भारत की प्रमुख राइड शेयरिंग सेवाओं में से एक ओला के साथ हाथ मिलाया है जिसके बाद यात्रियों को पिकअप और ड्रॉप की सुविधा आसानी से मिल सकेगी.फिलहाल यह सुविधा दिल्ली के पांच प्रमुख रेलवे स्टेशन्स पर मिलेगी.
मंगलवार को जारी किए गए एक बयान में भारतीय रेलवे द्वारा कहा गया है कि ओला से किए गए इस करार के जरिए इन पांचों रेलवे स्टेशनों पर बने कियोस्क में ओला एजेंट की सहायता से टैक्सी (कैब) बुक करा सकेंगे. नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, सराय रोहिल्ला और निजामुद्दीन पर ओला जोन भी स्थापना किए गए हैं, जो कि कैब को पार्किंग उपलब्ध करा रही है.
इससे स्टेशनों पर पार्किंग और यातायात समस्या को सुलझाने में मदद मिलेगी.ग्राहक की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए ये क्षेत्र डेडिकेटेड पिक और ड्रॉप पॉइंट के रूप में काम करेंगे और कैब के पहुंचने के अनुमानित समय (ईटीए) को घटाकर 2 मिनट तक ले आएंगे.
प्रणव मेहता सिटी हेड दिल्ली एनसीआर ओला ने कहा,‘दिल्ली मंडल के रेलवे स्टेशन शहर के भीतर और साथ ही अंतरराज्यीय परिवहन का एक अभिन्न अंग हैं.ओला को इन स्टेशनों पर गतिशील पाररस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में मदद करने के लिए उनके साथ साझेदारी करने का गौरव मिला है. पिछले एक साल से, हम अपने स्मार्ट मोबिलिटी सोलूशन्स को महत्वपूर्ण सार्वजनिक सेवा यूटिलिटीज के साथ जोड रहे हैं, ताकि उपभोक्ता की विभिन्न जरूरतों को पूरा करने वाले मोबिलिटी सोलूशन्स निर्मित करने के साथ लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित कर सकें.रेलवे स्टेशन शहर के परिवहन तंत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाते हैं और दिल्ली रेल मंडल
के साथ साझेदारी इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.‘
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में, ओला ने ग्राहकों और ड्राइवर साझेदारों के लिए सहज सड़क-यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने के लिए अजमेर जंक्शन रेलवे डिवीजन, दक्षिण पश्चिम रेलवे और केम्पेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के साथ इसी तरह की साझेदारी का एलान किया था.ओला का लक्ष्य पूरे देश में अन्य प्रमुख सार्वजनिक यूटिलिटी स्थलों के साथ इस मॉडल को दोहराना है.
ओला ने प्रमुख मेट्रो स्टेशनों को डेडिकेटेड ओला कियोस्क से सुसज्जित करने के लिए हाल ही में रैपिड मेट्रो गुड़गांव और बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ साझेदारी की थी.
बता दें कि ओला कैब की गुणवत्ता काफी अच्छी मानी जाती है. इसमें हैचबैक और सेडान जैसी कार शामिल हैं और इसमें चालक भी आला दर्जे के होते हैं.ओला के ऐप में शामिल फीचर्स और प्रोग्राम्स अपने ग्राहकों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक गतिशीलता अनुभव सुनिश्चित करते हैं. इसका ऐप एसओएस बटन, यात्रा की जानकारी साझा करने के लिए लाइव जीपीएस ट्रैकिंग, मोबाइल नंबर मास्किंग से लैस है.अन्य फीचर्स के साथ ही सफर पूरा होने पर यात्रा की गुणवत्ता के बारे में फीडबैक देने के लिए रेटिंग का फीचर भी है. आपातकाल के समय ग्राहक ऐप के माध्यम से सीधे ओला की 24*7 हेल्पलाइन तक पहुंच सकते हैं.