आज भारत अपनी आजादी की 75वां जश्न मना रहा है। हर साल की तरह इस बार भी देश के प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर ध्वजारोहण करके देश को संबोधित किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री द्वारा झंडा फहराने दौरान दो एमआई-17 हेलीकॉप्टर्स ने लालकिले पर पुष्प वर्षा भी की थी। अपने संबोधन में पीएम ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की। और इन घोषणाओं के अलावा अपने बीते शासनकाल में देश की उपलब्धियों को भी गिनवाया।
यह हैं पीएम के भाषण की महत्वपूर्ण बातें
- प्रधानमंत्री ने लाल किले से ऐलान किया कि देश के सैनिक स्कूलों में अब लड़कियां भी पढ़ सकेंगी। पीएम ने कहा कि मिजोरम से इसकी शुरुआत की गई थी। और पूरे देश के सैनिक स्कूलों में इसे लागू किया जाएगा।
- खेलों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि यह देश के लिए एक अहम टर्निंग पॉइंट है। इस दशक में हमें अपनी गति को बढ़ाना होगा। साथ ही तकनीकी और खेल में प्रोफेशनल टैलेंट को बढ़ावा देना होगा। यह देश के लिए गौरव की बात है कि भारत की बेटियों ने बोर्ड परीक्षाओं और ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन किया है।आगे पीएम ने कहा, कि एक वक्त था, जब खेलों को मुख्यधारा का हिस्सा नहीं माना जाता था। माता पिता अपने बच्चों को कहते थे वह खेलकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। अब खेलों और फिटनेस के प्रति जागरुकता आई है। हमने ओलंपिक खेलों में इसका अनुभव किया है।
- क्लाइमेट चेंज को देखते हुए पीएम मोदी ने घोषणा की, कि आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नेशनल हाइड्रोजन मिशन का ऐलान करता हूं। हम ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन और निर्यात में देश को हब बनाएंगे।
- अपने संबोधन में सेना के शौर्य की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक का भी जिक्र किया। पीएम ने कहा कि इनके जरिए हमने अपने दुश्मनों को संदेश दिया है। साथ ही यह भी बताया है कि देश कड़े फैसले भी ले सकता है।
- पीएम मोदी ने कहा कि आज हम भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में स्वतंत्र बनाने की शपथ लेते हैं। भारत इलेक्ट्रिक परिवहन की तरफ बढ़ रहा है। भारतीय रेलवे के इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी चल रहा है। हमारा देश 2030 तक जीरो कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करेगा।
- प्रधानमंत्री ने सरकारी प्रक्रियाओं में बदलाव को लेकर कहा, शुरुआत में सरकार ड्राइविंग सीट पर थी, हो सकता है यह उस वक्त की जरूरत थी। लेकिन आज बदलाव का समय आ गया है। बीते 7 सालों में कोशिशों में तेजी लाई गई है और गैरजरूरी कानूनों और प्रक्रियाओं से मुक्ति के प्रयास किए जा रहे हैं। कई गैरजरूरी कानूनों को हटा दिया गया है। हमारी प्राथमिकता है कि सेवाएं बिना किसी रुकावट के देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे। चहुंमुखी विकास के लिए यह जरूरी है कि लोगों के जीवन में सरकार के गैरजरूरी दखल को खत्म किया जाए।
- भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर पीएम मोदी ने अपना प्लान देश को बताया और कहा कि आने वाले दिनों में हम पीएम गति शक्ति योजना लॉन्च करेंगे। इसके तहत 100 लाख करोड़ रुपए से नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान बनाया जाएगा, जो हमारी अर्थव्यवस्था के विकास में अहम भूमिका निभाएगा। 75 वंदे भारत ट्रेनें अमृत महोत्सव के 75 हफ्तों में देश के सभी कोनों को जोड़ेंगी।
- गुड गवर्नेंस की बात करते हुए पीएम ने कहा कि बड़े बदलावों के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति चाहिए। आज दुनिया देख सकती है, भारत में राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी नहीं है। दुनिया इसकी गवाह है कि कैसे भारत गवर्नेंस का नया अध्याय लिख रहा है। देश के जिन जिलों को ये माना गया कि वो पिछड़ गए हैं। हमने उन 110 जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क, रोजगार से जुड़ी योजनाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। इनमें से अनेक जिले आदिवासी अंचल हैं।
- पीएम ने देश के छोटे किसानों को लेकर कहा, हमारा मंत्र है कि ‘छोटा किसान बने देश की शान। आने वाले सालों में हम देश में छोटे किसानों की क्षमता बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं। हमें छोटे किसानों को नई सुविधाएं देनी होंगी। देश में आज 70 रेल मार्गों पर किसान रेल संचालित होती है।
- आज हमारे गांव तेजी से बदल रहे हैं। बीते कुछ सालों में सड़क, बिजली गांवों तक पहुंची है। साथ ही आज गांवों में ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाया जा रहा है। वहां इंटरनेट पहुंच रहा है। गांवों में डिजिटल एंटरप्रेन्योर तैयार हो रहे हैं। हमें अगली पीढ़ी के इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, इनोवेशन और नई पीढ़ी की तकनीक के साथ मिलकर काम करना होगा।
- दलितों के विकास को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आधारभूत सुविधाएं देने के साथ ही दलितों, पिछड़ों, आदिवासी और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। हाल ही में मेडिकल एजुकेशन में अन्य पिछड़े वर्ग को ऑल इंडिया कोटा के तहत आरक्षण दिया है। इसके साथ ही राज्यों को आरक्षण के लिए उनकी ओबीसी लिस्ट बनाने का अधिकार भी दिया गया है।
- जम्मू-कश्मीर और उत्तर पूर्वी राज्यों को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि यह जरूरी है भारत की क्षमताओं को नई ऊंचाईयों पर ले जाया जाए। 21वीं सदी में हमें उन लोगों का भी हाथ थामकर आगे बढ़ना है जो पीछे छूट गए थे। विकास समावेशी होना चाहिए। देश का उत्तर पूर्वी क्षेत्र और हिमालयी क्षेत्र जिसमें जम्मू कश्मीर, लद्दाख और तटीय इलाके और आदिवासी इलाके शामिल हैं, वो भविष्य में देश के विकास का आधार बनेंगे।
- उत्तर पूर्वी राज्यों में विकास की कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, वहां इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया जा रहा है। वहीं एक तरफ लद्दाख में भी आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हो रहा है। लद्दाख में उच्च शिक्षा के लिए केंद्रीय यूनिवर्सिटी का निर्माण किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर में परिसीमन कमीशन बना दिया गया है और यहां भविष्य में विधानसभा चुनाव की तैयारी भी हो रही है।
- पीएम ने वैक्सीनेशन को लेकर अपने संबोधन में कहा, हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भारत में चल रहा है। 54 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज लग चुकी है। हर देश की विकास यात्रा में ऐसा वक्त आता है, जब देश खुद को नए सिरे से परिभाषित करना होता है, जब देश खुद को नए संकल्पों के साथ आगे बढ़ाता है। भारत की विकास यात्रा में वो समय आ गया है। पीएम ने कहा कि “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आगे कोरोना पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारतीयों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई बहुत धैर्य से लड़ी है। हमारे सामने कई चुनौतियां आईं, लेकिन हमने शानदार गति से हर क्षेत्र में काम किया। यह हमारी इंडस्ट्री, वैज्ञानिकों की ताकत का नतीजा है कि आज भारत वैक्सीन के लिए किसी अन्य देश पर निर्भर नहीं है।