विश्व के 29 देशों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के बाद अब कोरोना का नया वैरिएंट omicron भारत पहुंच चुका है। बीते गुरुवार कर्नाटक में omicron से संक्रमित दो लोग पाए गए हैं। जिसके बाद से सतर्कता और सख्ती दोनों बढ़ गईं हैं। बता दें कि omicron से संक्रमित ये दोनों लोग 66 वर्ष और 46 वर्ष के हैं। दूसरी और इन दोनों व्यक्तियों के संपर्क में आए पांच लोग भी omicron से पॉजिटिव पाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट कहती है कि यो दोनों व्यक्ति एक दूसरे को नहीं जानते।
अंतराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध :
भारत में omicron पॉजिटिव मिलने के बाद केंद्र सरकार ने 15 दिसम्बर से शुरू होने वाली हवाई उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं महाराष्ट्र (maharashtra) और झारखंड (jharkhand) जैसे राज्यों ने केंद्र सरकार से गुजारिश की है कि, इन राज्यों में आने वाली अंतराष्ट्रीय उड़ानों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया जाए।
मालूम हो कि बीते हफ़्ते दिल्ली (Delhi) में केंद्र सरकार ने एक्सपर्ट्स के साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी। इस बैठक में omicron को लेकर सभी राज्यों के लिए गाइडलाइंस जारी की गई थी। इसमें सभी राज्यों को बाहर से आने वाले लोगो की कड़ी निगरानी करने का निर्देश दिया गया था।
तेज़ी से फैलता है omicron :
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (who) के मुताबिक, कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले omicron 5 गुना ज़्यादा खतरनाक है और कई गुना तेज़ी से फैलता है। मेदांता अस्पताल के संस्थापक और देश के चर्चित डॉक्टर नरेश त्रेहन ने वेरिएंट की गंभीरता को लेकर कहा है की omicron से संक्रमित एक व्यक्ति 18 से 20 लोगो को संक्रमित कर सकता है।
गौरतलब है कि omicron वेरिएंट की जानकारी सबसे पहले साउथ अफ्रीका के विशेषज्ञों ने दी थी। सबसे पहले omicron साउथ अफ्रीका में ही पाया गया था और अब वहां तेज़ी से फैल रहा है। इतना ही नहीं भारत समेत दुनिया के 29 देशों में अब omicron पहुंच चुका है।
क्या हैं omicron के सिम्टम्स :
Who की चीफ़ साइंटिस्ट डॉ सौम्या स्वामीनाथन ने aaj tak को बताया, “साउथ अफ्रीका की शुरुआती रिपोर्ट्स में समाने आया है कि omicron पॉजिटिव व्यक्तियों में हेडेक, हल्का बुखार और बदन दर्द देखा गया है। लेकिन सिर्फ़ सिम्टम्स के आधार पर किसी वेरिएंट को माइल्ड या हल्का कहना सही नहीं होगा।”
उन्होंने बताया कि वेरिएंट के सिम्टम्स उसके म्यूटेशन पर भी डिपेंड करते हैं। omicron में 50 से ज़्यादा म्यूटेशन हुए है जिनमे से 30 उसके स्पाइक प्रोटीन में हुए हैं। स्पाइक प्रोटीन से ही वायरस बॉडी सेल्स में एंट्री लेता है और स्पाइक प्रोटीन ही लक्षण निर्धारित करता हैं।
Omicron पर वैक्सीन असरदार है ?
स्वास्थ्य संगठनों ने चेताया है कि omicron शरीर की प्रतिरोधक क्षमता से बच सकता है और वैक्सीन इस पर काम करेगी या नहीं, ये कहना अभी मुश्किल है। हालांकि, डॉ सौम्या ने मीडिया समूह aaj tak को बताया कि ऐसा नहीं है कि वैक्सीन वैरिएंट पर काम नहीं करेगी। हर एक वेरिएंट पर वैक्सीन थोड़ा न बहुत असर दिखाती है और वैक्सीन से मिली ऐंटीबॉडी भी असरदार होती है। लेकिन वैक्सीन के अलावा भी हमारी बॉडी में T cell जैसे कुछ cell होते हैं जो संक्रमित कोशिकाओं को मारती है।
Omicron पर वैज्ञानिकों की चेतावनी :
दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों के मुताबिक, omicron केवल हल्की बीमारी का कारण होगा ये कहना जल्दबाजी होगी। नेशनल इंस्टीट्यूट फ़ॉर कम्युनिकेबल डिज़ीज़ (NICD) ने रिपोर्ट में कहा कि अफ्रीकी देशों में omicron के मामले अब दोगुनी तेज़ी से बढ़ रहे हैं। इस वैरिएंट ने सबसे ज़्यादा युवाओं को अपनी ज़द में लिया है वहीं अब ये बुजुर्गों की तरफ़ भी तेज़ी से बढ़ रहा है।
KRISP जिनोमिक्स इंस्टीट्यूट के रोग विशेषज्ञ रिचर्ड
लेसेल्स ने कहा कि अगर omicron बड़ी आबादी में फैलता है तो ये सबसे पहले उन लोगो को ढूंढेगा जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है। वैसे भी पश्चिमी देशों और विकसित देशों के मुकाबले दक्षिण अफ्रीकी देशों में वेक्सिनेशन की दर बहुत कम है। 1.3 अरब की जनसंख्या वाले इस महाद्विप में 6.7 % लोगो फुल्ली वेक्सिनेटिड है।