रैप केपिटल के नाम का ठप्पा लगवा चुकी दिल्ली एक बार फिर से महिला सुरक्षा को लेकर चर्चा में है. दरअसल ये मामला महिला जज से जुड़ा है.
क्या है पुरा मामला
सोमवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में कार्यरत एक महिला जज एक कैब में बैठकर सेंट्रल दिल्ली से कोर्ट जा रही थी, लेकिन आरोप है कि ड्राइवर ने कोर्ट न जाकर कार को हापुड़ की तरफ ले जा रहा था. तब डर के मारे महिला जज ड्राइवर पर चिल्लाई और पुलिस व अपने सहयोगी को फोन पर मामले की जानकारी दी और ड्राइवर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. खुद को फंसता देख ड्राइवर ने यू-टर्न लिया
जज के फ़ोन के जरिए पुलिस लोकेशन ले कर गाजीपुर टोल प्लाजा के पास ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया. ड्राइवर पर किडनैपिग का मामला दर्ज किया गया है, हालाँकि ड्राइवर का इस पर कहना है उसने एक टर्न मिस कर दिया और उसे आगे उसे टर्न नही मिला, इसलिए वो सीधा चल रहा था. लेकिन जब जज ने पुलिस को फोन किया तब वो घबरा गया.
हर रोज जजों को कोर्ट ले जाने का जिम्मा मखीजा ट्रेवल्स का है. पुलिस मखीजा ट्रैवल्स की भी जांच कर रही है, पुलिस के मुताबिक, आरोपी कैब ड्राइवर राजीव कुमार दिल्ली के शाहदरा का रहने वाला है. मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. इस मामले में हाइकोर्ट ने भी जजों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की है दिल्ली हाईकोर्ट की कार्यकारी चीफ जस्टिस गीता मित्तल ने महिला जजों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि महिला जजों की सुरक्षा को देखते हुए अलग से कार की सुविधा मिलनी चाहिए.
क्या कहते हैं दिल्ली के महिला सुरक्षा के आंकड़े
NCRB डाटा 2015 के अनुसार महिलओं के साथ 11902 अपराधिक मामले दर्ज हुए. ये वो मामलें है जिनकी शिकायत पुलिस में दर्ज होती है, वास्तविक संख्या इससे भी ज्यादा हो सकती है.