जानिए उत्तर प्रदेश में भाजपा के जीतने का कारण

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  • 403 में से 255 सीटें भाजपा के खाते में
  • मात्र 02 सीटों पर सिमटी कांग्रेस

2017 में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 312 सीटों पर ऐतिहासिक जीत हासिल कर सत्ता में आने वाली भाजपा (BJP) पार्टी ने एक बार फिर 2022 में 254 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। सबसे ज्यादा विवादित विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आज जारी हुआ। काफी सारी अटकलों के बाद भाजपा एक बार फिर राज्य में अपनी सरकार बनाने जा रही है।

अंतिम चरण तक के आए नतीजों के अनुसार, भाजपा ने 254 सीटों पर, सपा (SP) ने 112 सीटों पर, कांग्रेस (Congress) ने 2 सीटों पर और बसपा (BSP) ने एक सीट पर जीत हासिल की। वहीं आप (AAP) और एआईएमआईएम (AIMIM) के खाते में एक भी सीट नहीं आई। हालांकि 2017 के मुकाबले इस बार भाजपा के कुल वोट शेयर में गिरावट दिखी मगर फिर भी पार्टी ने पूर्ण बहुमत का आंकड़ा आसानी से पार कर लिया।

बनारस में भाजपा की क्लीन स्वीप 

नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की लोकसभा सीट वाराणसी (Varanasi) में भाजपा की क्लीन स्वीप देखने को मिली। यहां सभी 8 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है। शिवपुर से अनिल राजभर, रोहनिया से सुनील पटेल, कैंट से सौरभ श्रीवास्तव, पिंडरा से अवदेश सिंह, अंजगरा से त्रिभुवन राम, उत्तरी से रविंद्र जायसवाल, सेवापुरी से निल रतन सिंह नीलू और दक्षिणी से नीलकंठ तिवारी विजई रहे।

अगर बात की जाए उत्तर प्रदेश के कुछ बड़े चेहरों की, तो योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने गोरखपुर शहरी (Gorakhpur Urban)  सीट से 1,26,361 वोट लाकर बड़ी जीत हासिल की है। सपा (SP) से प्रत्याशी सुभावती उपेंद्र दत्त शुक्ला को 48,758 वोट मिले। सीएम योगी ने 70 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की है।

अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपनी मैनपुर (Mainpur) की करहल (Karhal) सीट पर 1,48,196 वोट से जीत हासिल की। उन्होंने भाजपा के एसपी सिंह बघेल (SP Singh Baghel) को 67,441 वोटों से मात दिया। यह उनकी ऐतिहासिक जीत है।

अमेठी (Amethi) की विधानसभा सीट से सपा की महाराजी प्रजापति ने 48,217 वोट से जीत हासिल की। आजमगढ़ (Aajamgarh) से सपा की दुर्गा प्रसाद यादव ने 80,480 वोट, बागपत (Baghpat) से भाजपा के योगेश धामा ने 1 लाख वोट, बाराबंकी (Barabanki) से धर्मराज सिंह यादव ने 125500 वोट, गाजियाबाद (Ghaziabad) से भाजपा के अतुल गर्ग ने 1,50,205 वोट, मेरठ (Meerut) से सपा के रफीक अंसारी ने 1,06,395 वोट, मिर्जापुर (Mirzapur) से भाजपा के रत्नाकर मिश्रा ने 1,18,642 वोट और नोएडा (Noida) से भाजपा के पंकज सिंह ने 2,44,319 वोट से जीत हासिल की।

भाजपा की जीत का कारण

उत्तर प्रदेश की राजनीति में ऐसा 38 साल बाद हुआ है कि कोई पार्टी दूसरी बार लगातार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने में सफल रही हो। लगभग 6 महीने से चल रहे अटकलों के बीच आखिर भाजपा की ऐसी प्रचंड जीत के पीछे का कारण क्या है?

अगर थोड़ा ध्यान से यूपी की राजनीति को समझा जाए और भाजपा की प्लानिंग को देखा जाए तो पार्टी की जातिगत समीकरण पर पकड़ और उस पर सटीक तरीके से राजनीति करना सबसे बड़ा कारण है। भाजपा ने अन्य किसी भी पार्टी से कहीं ज्यादा जातिगत समीकरण पर गौर किया था। दूसरा कारण बसपा (BSP) का वोट शिफ्ट रहा। बसपा की लगभग 50% से ज्यादा सीटें भाजपा के खाते में जुड़ गई जिससे पार्टी को काफी हद तक बूस्ट मिला।

तीसरा कारण प्रधानमंत्री मोदी खुद है। उत्तर प्रदेश में मोदी के चेहरे का भरपूर सहयोग पार्टी को मिला। साथ ही चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में प्रधानमंत्री का यूपी की महिलाओं से अपील करना पार्टी के लिए लाभदायक साबित हुआ। इस चुनाव में जीत का एक चौथा कारण राम जन्मभूमि पर फैसला आना भी रहा। इससे प्रदेश के सभी हिंदुओं का रुझान पार्टी की ओर बढ़ गया।

यूपी की जनता का चौथी बार पूर्ण समर्थन मिला – जेपी नड्डा

सभी पांच राज्यों के चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा के दिल्ली स्थित मुख्यालय में विजय जश्न का आयोजन किया गया। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda), रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh), प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) और नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) मौजूद थे। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जेपी नड्डा ने कहा : “यूपी की जनता का हमें लगातार चौथी बार आशीर्वाद मिला है। 2014, 17, 19 और अब 2022 में हमें जनता ने समर्थन दिया है। ऐसा काफी सालों बाद हुआ है कि लगातार दो बार किसी पार्टी को जनता ने चुना हो।” उन्होंने आगे कहा : “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की राजनीति काफी ऊपर गई है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा : “यूपी की जनता का आभार! सीमा से सटा एक पहाड़ी राज्य, एक समुद्र तटीय राज्य, मां गंगा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त एक राज्य और पूर्वोत्तर सीमा पर एक राज्य, आज भाजपा को चारों दिशाओं से आशीर्वाद और समर्थन मिला है।” उन्होंने आगे कहा : “यूपी ने कई बार किसी प्रधानमंत्री को चुना है, मगर ऐसा पहली बार है जब किसी मुख्यमंत्री को दोबारा मौका दिया है।”