मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.बिल्डर पर आरोप है कि उसने अभिनेता दिलीप कुमार के उपनगर बांद्रा स्थित बंगले पर कथित रूप से कब्जा करने की कोशिश की थी.अधिकारी ने बताया कि बिल्डर समीर भोजवानी ने उन 2 भूखंडों पर अपना झूठा दावा किया था जिन पर यह बंगला बना है. बंगला बांद्रा के संभ्रांत पाली हिल इलाके में है.
सायरा बानो ने दर्ज कराई थी शिकायत
पुलिस आयुक्त ने बताया कि दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बानो ने भोजवानी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.हम इस मामले की जांच कर रहे हैं.इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस को शक है कि जमीन पर कब्जे के लिए बिल्डर ने फर्जी डाक्युमेंट बनवाए हैं
मामला दर्ज होने के बाद भोजवानी के बांद्रा स्थित घर पर छापेमारी की गई. इसमें चाकू, छुरे और दूसरे हथियार बरामद हुए.बता दें कि भोजवानी फिलहाल फरार हैं.सायरा बानो की शिकायत के मुताबिक दिलीप कुमार ने ये जमीन साल 1953 में 1.40 लाख रुपए में खरीदी थी.
बता दें कि सायरा बानो ने कुछ दिनों पहले इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मदद मांगी थी. उन्होंने चिट्ठी लिखकर बिल्डर समीर भोजवानी से बचाने की गुहार लगाई थी. इस चिट्ठी में सायरा ने लिखा था कि बिल्डर ने कुछ फर्जी डाक्युमेंट्स की मदद से उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा करने की धमकी दी है. कहा गया था कि भोजवानी ने धमकी दी थी कि वह राजनीतिक तौर पर काफी ताकतवर है और उनके खिलाफ आपराधिक मामले भी दर्ज करा सकता है.
दिलीप कुमार के पक्ष में रहा था फैसला
मुंबई के पॉश बांद्रा इलाके के पाली हिल में दिलीप कुमार ने 1953 में ये प्रापर्टी हसन लतीफ से 1.40 लाख रुपए में खरीदी थी.इस जगह को रिडेवलप करने के लिए दिलीप कुमार ने साल 2008 में प्रजीता डेवलपर्स के साथ एक करार किया था.जब काम शुरू नही हुआ तो दिलीप कुमार ने यह कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया तथा जमीन और बंगला वापस देने की मांग की.यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और 11 साल तक सुनवाई चलने के बाद 30 अगस्त 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि डेवलपर्स ये जगह दिलीप कुमार को सौंप दे.12 सितंबर 2017 को सायरा बानो को इस प्रापर्टी का कब्जा मिला है.