उत्तर प्रदेश के कैराना से लोकसभा सांसद हुकुम सिंह का शनिवार को निधन हो गया. हुकुम सिंह ने नोएडा के जेपी अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे लंबे समय से बीमार थे और उनके कई अंगों ने एकसाथ काम करना बंद कर दिया था.
हुकुम सिंह का जन्म 5 अप्रैल 1938 को कैराना में हुआ था और उन्होंने पीसीएस (जे) की परीक्षा पास की थी, लेकिन जूडिशल ऑफिसर के रूप में नियुक्ति लेने की जगह भारतीय सेना से जुड़ने का फैसला कलिया था एंव वो भारत-चीन युद्ध के बाद सेना से जुड़े थे.
सांसद हुकुम सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया और लिखा कि, “उत्तर प्रदेश से सांसद और अनुभवी नेता श्री हुकुम सिंह जी के निधन से दुःखी हूं. उन्होंने यूपी के लोगों की तत्परता से सेवा की और किसानों की बेहतरी के लिए काम किया. दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं.”
Anguished by the demise of MP and veteran leader from Uttar Pradesh, Shri Hukum Singh Ji. He served the people of UP with great diligence and worked for the welfare of farmers. My thoughts are with his family and supporters in this hour of grief.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 3, 2018
हुकुम सिंह उत्तर प्रदेश विधानसभा में सात बार विधायक रहे हैं. 1974 में वे पहली बार विधायक बने थे. सांसद हुकुम सिंह के निधन के कारण सोमवार को संसद की कार्यवाही नहीं होगी.
Kairana MP Hukum Singh passes away at Noida's JP Hospital. He had been under treatment at the hospital since a month and was suffering from breathing difficulties. pic.twitter.com/RZRtMTmLX6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 3, 2018
हुकुम सिंह ने 1985-1986 तक यूपी सरकार में राज्यमंत्री का पदभार संभाला. वे यूपी सरकार में 1986-1989 और 1996-2004 के दौरान कैबिनेट मंत्री रहे. मई 2014 में वे 16वीं लोकसभा में निर्वाचित किए गए.
हुकुम सिंह की पांच बेटियां हैं. इनमें से एक मृगांका सिंह राजनीति में सक्रिय हैं. उन्हें भाजपा ने कैराना विधानसभा से उम्मीदवार बनाया था.