गणपति विसर्जन के दिन डूबे पांच युवक, तीन अभी भी लापता

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सितंबर का महीना आते ही लोगों में गणेश उत्सव को लेकर एक अलग ही ऊर्जा आ जाती है। खासतौर से महाराष्ट्र (Maharashtra) के लोगों के लिए यह सबसे बड़ा त्योहार होता है। 10 दिन तक ‘सपनों की नगरी’ गणेश उत्सव में पूरी तरह से डूबी रहती है। मगर हर साल उत्सव का आखिरी दिन कुछ लोगों को जिंदगी भर का घाव दे जाता है।

इस साल गणपति विसर्जन के दौरान मुंबई (Mumbai) के वर्सोवा बीच (Versova Beach) पर पांच युवक समुद्र में डूब गए। वहां मौजूद स्थानीय लोगों ने दो युवकों को सही सलामत बचा लिया मगर बाकी के 3 अभी भी लापता है। रेस्क्यू टीम अभी भी उनकी तलाश कर रही है। इस वर्ष गणेश उत्सव 10 सितंबर से शुरू हुआ था। कोरोना की स्थिति देखते हुए लोगों ने काफी बड़े स्तर पर अपने-अपने घरों में ही गणपति की स्थापना की थी।

क्या है पूरी घटना?

बॉम्बे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (Bombay Municipal Corporation – BMC) ने न्यूज़ एजेंसी ANI से घटना की जानकारी देते हुए बताया, “19 सितंबर को दिन में गणपति विसर्जन के लिए पांच युवक वर्सोवा बीच (Versova Beach) पर गए थे। वहां विसर्जन करना वर्जित किया गया था। समुद्र तट पर पांचों बच्चे डूब गए थे। इनमें से दो को स्थानीय लोगों ने बचा लिया है मगर बाकी के तीन बच्चों की तलाश अभी भी जारी है।”

वहीं दूसरी तरफ पूरी घटना पर अपना बयान देते हुए पुलिस नायक मनोज पोहानेकर ने कहा, “वर्सोवा बीच (Versova Beach) पर विसर्जन करने पर प्रतिबंध था। घटना लोगों की अपनी लापरवाही से हुई है। डूबे हुए बच्चों को बचाने के लिए हमारी टीम एक डॉक्टर के साथ गई थी। दो बच्चों को बचा लिया गया और उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाकी तीन की तलाश की जा रही है।”

बीएमसी ने किए थे इंतजाम

गणपति विसर्जन को लेकर बीएमसी (BMC) ने काफी बड़े स्तर पर इंतजाम कर रखे थे। लोगों की अपनी लापरवाही से यह घटना घटित हुई। सामान्य दिनों में मुंबई में गणेश उत्सव को लेकर पूजा पंडालों में काफी बड़े स्तर पर भीड़ उमड़ती है। मगर कोरोना काल के कारण दो वर्षों से उत्सव फीका पड़ा हुआ था।

इसको देखते हुए बीएमसी (BMC) ने लोगों की सहूलियत के लिए पूरे शहर में 173 कृत्रिम झील (Artificial Lake) बनाए थे। इसके साथ साथ कई जगहों पर गणपति की प्रतिमा एकत्रित करने के लिए सचल विसर्जन स्थल और केंद्र भी बनाए गए थे।

अजमेर में भी विसर्जन के दौरान हादसा

मुंबई की ही तरह अजमेर (Ajmer) में भी दो युवकों की गणपति विसर्जन के दौरान मौत हो गई। दोनों युवक फार्म हाउस (Farm House) में बने एक नाड़ी में गणपति की प्रतिमा विसर्जित करने पहुंचे थे। वहीं दोनों डूब गए और उनकी मौत हो गई। दोनों युवक की पहचान खेमराज जैन और किशनलाल अहीर के रूप में की गई है। दोनों के शवों को 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद नाड़ी से निकाला गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, बारिश के कारण वहां की मिट्टी में फिसलन आ गई थी जिसके कारण उनका पैर फिसल गया और वह दोनों डूब गए।

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