शादी की न्यूनतम उम्र बढ़ने से पहले बढ़ी डोली चढ़ने की रफ्तार

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  • लड़कियों के लिए शादी की उम्र 18 से 21 होने से पहले शादियों की रफ्तार हुई तेज

एक समय था जब भारत में बाल विवाह का काफी प्रचलन था। लड़कियों की शादी काफी कम उम्र में कर दी जाती थी। मगर इसके खिलाफ काफी वाद – विवाद हुआ, जिसके बाद लड़कियों के शादी के लिए न्यूनतम उम्र आधिकारिक तौर पर 18 साल कर दी गई थी। मगर अब फिर यह उम्र बढ़ा कर 21 साल करने का प्रस्ताव रखा गया है।

25 नवंबर से शुरू हुए शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान केंद्र सरकार ने लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 से 21 साल करने के लिए एक प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव से संबंधित एक विधेयक रखा गया था। इसके बाद से ही शादियों की रफ्तार काफी बढ़ गई है। जो शादी पहले से तय है उन्हें जल्द से जल्द पूरा करने की होड़ लगी हुई है। विधेयक पास होने से कई सारे रिश्ते टूटने के भी आसार है।

तय समय से पहले विवाह करने के लिए लोग हुए मजबूर 

पूरे साल कही न कही, किसी न किसी की शादी होती रहती है। हिंदुओं के लिए चार – पांच महीने ही शादी – विवाह का समय रहता है। मगर अब हालत को देखते हुए लोग तय समय और मुहूर्त से पहले शादी करने के लिए मजबूर हो गए है। सरकार द्वारा न्यूनतम उम्र कभी भी कम की जा सकती है। इसलिए 14 जनवरी के बाद वाले सभी शादी की तिथियों पर मैरेज हॉल (Marriage Hall) और पंडितों की बुकिंग काफी ज्यादा हुई है। सभी इसी समय शादी निपटाना चाहते है। औसतन, एक पंडित को एक दिन में लगभग चार – पांच शादियां निपटानी होगी।

लोगों की हड़बड़ी का कारण बढ़ता ओमिक्रॉन (Omicron) का खतरा भी है। धीरे – धीरे देश फिर से एक बार लॉक (Lock) हो रहा है। कई सारी शादियां पहले कोरोना फेज (Corona Phase) से ही रुकी हुई है। इसलिए लोगों को डर है कि अगर इस बार देश लॉक हुआ तो कब हालत सामान्य होंगे, इसका कोई भरोसा नहीं है।

रिश्तों के टूटने की आशंका

सरकार द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव के आने के बाद कई सारे तय रिश्तों के टूटने की भी आशंका है। लड़की वालों को इससे कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनपर या तो दबाव है कि वह शादी पहले निपटा ले, या फिर वह शादी तोड़ दे। लड़के वाले सरकार के प्रस्ताव पर विचार करके ही शादी के लिए आगे बढ़ रहे है।

हैदराबाद (Hyderabad) और बेंगलुरु (Bengaluru) जैसी शहरों में शादी करने की रफतार काफी तेज हो चुकी है। रोज होने वाले औसत शादी की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। इस पूरे हालत का बहुत ज्यादा फायदा मैरेज हॉल (Marriage Hall), वेडिंग प्लानर (Wedding Planner), कैटरिंग (Catering), आदि को मिल रहा है।

जनवरी के लगन मुहूर्त 

जनवरी महीने में महज 4 दिन ही लग्न है। इन चार दिनों में एक दिन भी खाली नहीं है। 22, 23, 24 और 25 जनवरी को लग्न मुहूर्त है। इन चार में लगभग हजारों शादियां प्लान की गई है।

सरकार द्वारा दिया गया प्रस्ताव

केंद्र सरकार ने 2021 के शीतकालीन सत्र के दौरान ही लड़कियों के शादी की न्यूनतम उम्र को लड़कों के बराबर, यानी 21 साल करने का विधेयक पेश किया। इस विधेयक का नाम बाल विवाह निषेध (संशोधन) विधेयक 2021 है। इसमें सरकार ने प्रस्ताव रखा है कि लड़कियों की शादी की मौजूदा उम्र को 18 से बढ़ाकर 21 साल कर दी जाए।

सरकार ने फिलहाल इस विधेयक को लोकसभा की सेलेक्ट कमिटी (Select Committee) के हवाले किया है। इसपर रिपोर्ट आने के बाद सरकार इसपर आगे की कार्यवाही करेगी।

वेडिंग डेस्टिनेशन की बुकिंग के लिए लगी होड़

कोरोना महामारी, ओमिक्रॉन, लॉकडॉन जैसी बातों से डर के कारण सभी मैरेज हॉल और मैरेज डेस्टिनेशन मई (May) महीने तक पूरी तरह से बुक है। कही भी, किसी भी लग्न पर खाली जगह नहीं है। अब सरकार के इस प्रस्ताव के आने के बाद बुकिंग की संख्या बढ़ गई है। कई सारे मैरेज और बैंक्वेट हॉल वालों ने इसके लिए एक दिन में दो – दो शादियों की बुकिंग करनी भी शुरू कर दी है। फिर भी लोगों में बुकिंग की होड़ के कारण टेंट वालों के पास भी जरूरत से ज्यादा बुकिंग आ रही है।