“मेरी आपबीती” बेनज़ीर भुट्टो की कहानी
जिसके बाप को बिना किसी गुनाह के सिर्फ अपने फायदे के लिए फांसी पर लटका दिया गया। जिस पर इतने ज़ुल्म किये गए कि लिखते लिखते...
जिसके बाप को बिना किसी गुनाह के सिर्फ अपने फायदे के लिए फांसी पर लटका दिया गया। जिस पर इतने ज़ुल्म किये गए कि लिखते लिखते...
‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’, इस किताब से मेरा भी याराना है, चंद महीनों का ही सही लेकिन अब साथ जीवन भर का है। सितंबर...
रवीश कुमार उन चंद शख़्सियतों में से एक है जिन्होंने मुझे उस वक़्त मुतासिर किया था जब मैं ग्यारहवीं क्लास में था और हिस्ट्री और पोलिटिकल...
सआदत हसन मंटो (11 मई 1912 – 18 जनवरी 1955) उर्दू के प्रसिद्ध लेखक थे, जो अपनी लघु कथाओं, बू, खोल दो, ठंडा गोश्त और बंटवारे...
कई दिन से दोनों पक्ष अपने-अपने मोर्चे पर जमे हुए थे। दिन में इधर और उधर से दस बारह फ़ायर किए जाते जिन की आवाज़ के...
इस किताब यानी “सलाम बस्तर” को पढ़ कर जैसे मैं सत्तर के दशक में घूम आया हूँ और वो मेरे सामने से ही निकला चला गया,जहाँ...
देश के जाने माने लेखकों एवं पत्रकारों में अपना अलग स्थान बनाने वाले जिंदादिल इंसान के रूप में विख्यात खुशवंत सिंह ने बंटवारे जैसे बेहद गंभीर...
“सनसेट क्लब” राजपाल प्रकाशन से आया ये उपन्यास उन तीन बूढें दोस्तों की दोस्तों की दास्तां जो हर शाम में वहां आतें थे और फिन भर...