राजस्थान में सरकार अपने चार साल के जश्न में डूबी है और उधर आरोपी शम्भु के पक्ष में प्रदर्शनकारियों ने उदयपुर कोर्ट पर भगवा झंडा ही फैरा दिया. वो भी धारा-144 लागू होने के वावजूद.
राजस्थान सरकार अपने चार साल के कायर्काल के दौरान, जब भी कोई बड़ा प्रदर्शन या आन्दोलन हुआ है, सरकार का ला-एंड आर्डर बैक फुट पर दिखा है. लगता है देश में धारा – 144 का मतलब ही बदल दिया गया.
क्या है पुरा मामला
राजस्थान के राजसमंद में अफराजुल की हत्या के बाद आरोपी शंभु के समर्थन में भगवा संगठन और प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को उदयपुर में धारा-144 लागू होने के बावजूद कोर्ट चौराहे पर उग्र प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान उत्पातियों ने कोर्ट के पीछे की बिल्डिंगों से छत पर चढ़े और कोर्ट के मुख्य द्वार पर भगवा झंडा फहराया. काफी देर तक झंडा फहराकर प्रदर्शन किया. इसी दौरान कुछ उत्पातियों ने छत से पुलिस पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए.
पुलिस ने लाठीचार्ज करके हालात काबू करने की कोशिश की लेकिन माहौल और बिगड़ गया. प्रदर्शनकारी कोर्ट के अंदर तक चले गए. इसके बाद कोर्ट परिसर में ही प्रदर्शनकारियों के साथ वकीलों और पुलिस के बीच भी झड़प हुई.
पुलिस सूत्रों के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कोर्ट परिसर के अंदर एडिशनल एसपी सुधीर जोशी के साथ भी हाथापाई की गई है. उन्हें सिर में पत्थर भी लगा है.
पुलिस और प्रदर्शनकारियों में 15 मिनट तक पत्थरबाजी हुई, जिसमें 10 पुलिस अफसरों सहित 31 जवान घायल हो गए। इनमें से 4 सिपाही गंभीर रूप से घायल हैं जबकि 3 पुलिस इंस्पेक्टर और एक डिप्टी गोपाल सिंह को भी चोटें आई हैं.
पुलिस ने चेतक सर्किल, कोर्ट चौराहा और टाउन हॉल पर भी व्यापारियों ने दुकानें बंद करा दीं. शहर में 700 से अधिक पुलिस बल तैनात किया गया. देर रात तक 88 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. शंभु के समर्थन में जयपुर में भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.