UP election : UP चुनावों में पूर्वांचल महत्वपूर्ण क्यों है ?

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UP में विधानसभा (UP constituency) चुनावों को कुछ महीने ही बचे हैं, ऐसे में UP के पूर्वांचल में राजनीति तेज़ हो गयी है। बीते शनिवार (13 november) एक और जहां आजमगढ़ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM yogi adityanath) के साथ गृह मंत्री अमित शाह (home minister amit shah) ने रैली की। वहीं गोरखपुर (gorakhpur) में SP नेता अखिलेश यादव ने रैली की। बता दें कि पूर्वांचल में विधानसभा की 150 सीटें हैं, जो चुनावों का रुख बदल सकती है। मालूम हो कि आजमगढ़ (azamgarh) सपा का गढ़ कहा जाता है वहीं गोरखपुर योगी आदित्यनाथ का निर्वाचन क्षेत्र हैं।

किसने क्या कहा :

समाजवादी पार्टी के गढ़, आजमगढ़ में अमित शाह ने जनता को सम्बोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताया। अन्य राजनीतिक दलों पर तंज करते हुए कहा, ये लोग उत्तर प्रदेश का भला नहीं कर सकते। इनका काम जात- पात में बाटना, दंगे कराना, तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति करना हैं। जैसे ही चुनाव आया अखिलेश जी को जिन्ना बहुत महान दिखने लगे हैं। इस बीच भारत माता की जय, जी श्री राम और अमित शाह ज़िंदाबाद जैसे नारे भी लगे।


दूसरी और गोरखपुर से 60 किलोमीटर दूर कुशीनगर तक रोड शो करने के बाद अखिलेश यादव ने वर्तमान सरकार को बढ़ती महंगाई पर घेरा। ANI से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि, वर्तमान सरकार में जनता निराश हुई है, जो वादे किए गए थे वो पूरे नहीं हुए। किसान की आय दोगुनी होना तो दूर की बात है जिनती पहले थी वो भी घट गई है। पेट्रोल और डिज़ल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, अमीरों के ख़ज़ाने भरे जा रहे हैं। जो लोग कहते थे कि महंगाई कम होगी उन्होंने महंगाई को बढ़ा दिया। अर्थव्यवस्था में गरीबों के लिए कोई जगह नहीं, जिन संस्थानों में नोकरी मिलनी थी वो संस्थाए बेची जा रही है।

क्या आजमगढ़ का नाम भी बदल जाएगा ?

इन दोनों रैलियों के बीच यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ ऐसा कह दिया कि इक बार फिर यूपी में जगह के नाम बदले जाने के कयास लगने लगे। रैली के दौरान आजमगढ़ में बनने जा रहे विश्वविद्यालय के बारे में CM योगी ने कहा, इस बात में कोई शंषय नहीं होना चाहिए, की जिस विश्विद्यालय (महाराजा सुहेलदेव यूनिवर्सिटी) की आधारशिला आज यहाँ रखी जा रही है, वो आजमगढ़ को आर्यमगड़ बना ही देगी। NDTV की खबर के मुताबिक इसी बीच भोपाल में जगह का नाम बदलने की ख़बर सामने आई है। दरअसल, यहाँ हबीबगंज रेलवेस्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति कर दिया गया है। बता दें कि मध्यप्रदेश भी BJP शासित प्रदेश है।


पूर्वांचल क्यों महत्वपूर्ण है :

2017 के विधानसभा चुनावों में पूर्वांचल में 100 से ज़्यादा सीटें जितने वाली bjP अकेली पार्टी थी। वहीं यहां विधानसभा की 150 सीटें हैं जो रिज़ल्ट में बदलाव साबित हो सकती है। इसलिए दोनों राजनीतिक दल पूर्वांचल में अपनी साख साधने, और रैली के ज़रिए ज़ोर आज़माइश करते दिख रहे हैं। इसके अलावा 16 नवम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्वांचल का दौरा करने वाले हैं। यहां वो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का इनॉगरेशन करने पहुंचेंगे।

इसी बीच बताते चले कि आजमगढ से सपा प्रमुख लोकसभा सांसद है। और 2017 में आज़मगढ़ से bjp को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस मायने से भी पूर्वांचल दोनों पार्टियों के लिए ज़रूरी हो जाता है। पीक ऑफ दी रैली की बात करें तो अपने भाषण में अमित शाह ने रैली में कहा कि, मत bjp को ही पड़ने चाहिए, अन्य का खाता भी न खुले।