तालिबान के खिलाफ अपनी आर्मी के साथ लड़ रहा है ये अफ़ग़ान

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अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जे के बाद तालिबान अपनी नई सरकार बनाने की तैयारी में है। परंतु अफगान के एकाध इलाकों में अभी भी तालिबान लड़ाकों और कुछ अन्य दलों द्वारा बनाई गई फौज में संघर्ष जोरों पर चल रहा है। तालिबान की हुकूमत से बचा एकमात्र हिस्सा पंजशीर है जिसमें खतरनाक लड़ाई दिख रही है।

बगलान प्रांत में सोमवार को हुई लड़ाई में तालिबान के जिला प्रमुख समेत 50 तालिबानियों को मौत के घाट उतार दिया गया। इसके अलावा 20 लड़ाकों को बंदी बनाए जाने की खबर मिल रही है। पंजशीर के सूत्रों के अनुसार तालिबान का जिला प्रमुख बानू भी मारा गया , परंतु इलाके में अभी भी जंग जारी है।

पंजशीर में तालिबान विरोधी हजारों लड़ाके हुए एक साथ।

पंजशीर में कई गुटों ने मिलकर नॉर्दन अलायंस बनाकर तालिबान से मुकाबले की तैयारी कर ली है। अहमद मसूद ने पंजशीर में विद्रोही नेताओं को एक साथ मिला लिया है। अफगानी फौजियों और तालिबान विद्रोहियों को भी एक साथ किया गया है।

रेजिस्टेंस फ्रंट के प्रवक्ता अली मैसम नजारी ने न्यूज़ एजेंसी को बताया है तालिबानियों के खिलाफ करीब 9 हज़ार लड़ाकों की फौज तैयार कर ली गई है। इस राज्य में सैकड़ों अफगान फोर्स , सुरक्षा बलों और मिलिशिया के घर हैं।

इस फोर्स का नेतृत्व मारे गए “अहमद शाह मसूद” के बेटे “अहमद मसूद” कर रहे हैं। इसके साथ उपराष्ट्रपति रहे “अमरउल्लाह सालेह” और पूर्व रक्षा मंत्री “बिस्मिल्लाह मोहम्मदी” भी हैं। इन दोनों ने भी जंग में मसूद का साथ दिया है,और जंग को बदले का नाम दिया गया है।

तालिबान ने पंजशीर के तीन हिस्सों पर बताया कब्जा।

पंजशीर प्रांत काबुल से लगभग 120 किलोमीटर दूर है। तालिबान के लड़ाके सोमवार को पंजशीर की ओर आगे बढ़े लड़ाकों ने बताया कि बढ़ते हुए हमें कोई विरोध नहीं देखने को मिला और बीच में पड़ने वाले 3 जिलों पर कब्जा कर लिया गया है।

जिनमें पुल-ए-हिसार , देह सलाह और बानो जिला शामिल है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद कहते हैं- “पंचशील प्रांत को घेरना शुरू कर दिया गया है। हम सब से पहले वहां के लोगों से बात करना चाहते हैं। अभी तक वहां कोई लड़ाई नहीं हुई है हम पंचशील के लिए शांतिपूर्ण समाधान खोजना चाहते हैं।”

अंदराब में तालिबान और अफगान फौज में भयंकर जंग।

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से बचे एकमात्र पंचशील में लड़ाई खतरनाक मोड़ पर आ गई है पंजशीर की घाटी अफगान के कुछ इलाकों में है जहां अभी तक तालिबान का कब्जा नहीं है पंजशीर के सूत्रों के अनुसार अंधेरा में हुई लड़ाई में 50 से अधिक तालिबानी लड़ाके मारे गए और 20 से ज्यादा लड़ाकों को बंदी बना लिया गया है।

तालिबान बच्चों और औरतों को ढाल बना रहा है।

पंजशीर की अंदराब घाटी में पंजशीर के लड़ाके तालिबान से जंग लड़ रहे हैं। इस बीच अफगानिस्तान के कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्लाह ने कहा है कि तालिबान ने अंदराब घाटी में खाने और ईंधन की सप्लाई रोक दी है। यहां स्थिति बेहद खतरनाक है। हजारों महिलाओं और बच्चों को पहाड़ों की तरफ भागना पड़ा है। पिछले दो दिनों से तालिबान के लोग बच्चों और बुजुर्गों को अगवा कर उन्हें अपनी ढाल बना रहे हैं।