दे रहे थे ATM को लूटने की ट्रेनिंग , और हो गया विस्फोट

Share

यूरोपीय संघ की पुलिस एजेंसी यूरोपोल ( European Union for law informant cooperation) की एक रिपोर्ट के मुताबिक डच और जर्मन अधिकारियों की एक संयुक्त जांच दल (joint investigation team) ने एटीएम (Automatic Teller Machines (ATMs)) में विस्फोट करने वाले आपराधिक संगठन को गिरफ्तार कर लिया है।

18 महीने लंबी चली ये जांच 28 सितंबर को पूरी हो गयी । इस जांच में 9 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। संदिग्धों को यूरोप में हुए 15 फिस्फोटक हमलो से भी जोड़ा गया। मालूम हो कि पहला एटीएम विस्फोट हमला जनवरी 2019 में ब्रुसेल्स में हुआ था।

यूरोपोल के मुताबिक, अपराधी कैश मशीनों को कैसे उड़ाएं, इस पर चरण-दर-चरण ट्यूटोरियल तैयार कर रहे थे। अपराधी, जर्मनी में कम से कम 15 एटीएम हमलों से जुड़े हुए हैं। एटीएम को घरेलू विस्फोटक उपकरणों का उपयोग करके खोला जा रहा था, जिससे निवासियों के लिए एक गंभीर खतरा पैदा हो रहा था । वहीं नीदरलैंड के यूट्रेक्ट शहर में ट्यूटोरियल रिकॉर्ड करने के दौरान, एक संदिग्ध की मौत हो गई, जबकि दूसरा संदिग्ध गंभीर रूप से घायल मिला।

ATM विस्फोट के लिए प्रशिक्षण केंद्र चला रहे थे :

फरवरी 2020 में जर्मनी के ओस्नाब्रुक में अधिकारियों ने एक जर्मन कंपनी से एटीएम मशीनों के संदिग्ध ऑर्डर की पहचान की थी, इसके बाद अधिकारियों ने जांच शुरू की। विशेष निगरानी भी रखी गयी थी। जांच के दौरान पूरी टीम नीदरलैंड के यूट्रेक्ट पहुंची, वहां पता चला कि एक 29 वर्षीय व्यक्ति और उसका 24 वर्षीय साथी एटीएम विस्फोट कैसे किये जाए इसके लिए प्रशिक्षण केंद्र चला रहे थे। ये दोनों युवा एटीएम के विभिन्न मॉडलों का ऑर्डर भी दे रहे थे और उन्हें प्रभवि ढंगे से कैसे उड़ाया जाए, इस पर ट्यूटोरियल रिकॉर्ड कर रहे थे।

एटीएम विस्फोट में 2.5 मिलियन डॉलर का नुकसान :

जांच में आपराधिक संगठन और जर्मनी के 15 एटीएम हमलों को आपस मे जोड़ कर देखा गया था। जिसके बाद संगठन और हमलों के बीच संबंध स्थापित किये गए। इन हमलों में लूट और संपत्ति की क्षति का कुल अनुमान 2.15 मिलियन यूरो (2.5 मिलियन डॉलर) बताया जा रहा है।

28 सितंबर को नीदरलैंड के यूट्रेक्ट शहर समेत, एम्स्टर्डम और दी हेग में यूरोपोल पुलिस ने साथ घरों की तलाशी ली। इस तलाशी में 3 लोगो की गिरफ्तारी भी की गई। यूरोपोल विशेषज्ञ इस छापे के लिए पहले से तैनात थे। बहरहाल ये तीनो आरोपी नीदरलैंड में ही पुलिस हिरासत में हैं जिसके बाद इन्हें जर्मनी भेजा जाना है।

 

संयुक्त जांच दल का गठन :

इस मामले की सीमा पार प्रकृति को देखते हुए, यूरोजस्ट की सहायता और वित्तपोषण के साथ अप्रैल 2021 में डच और जर्मन अधिकारियों के बीच एक संयुक्त जांच दल (JIT) का गठन किया गया था। इसके अलावा, एजेंसी ने न्यायिक सहयोग किया और यूरोपीय जांच आदेश (EUIO) के निष्पादन का समर्थन भी किया था ।

इसके अलावा, यूरोपोल, जर्मनी और नीदरलैंड के बीच खोजी संसाधनों और विशेषज्ञता को पूरा करने के लिए एक ऑपरेशनल टास्कफोर्स भी (OTF) स्थापित की गई थी। इस ओटीएफ में, कार्रवाई के अंतिम चरण की तैयारी के लिए यूरोपोल में 18 परिचालन बैठकें आयोजित की गयीं थी।

यूरोपोल (Europol) , के मुताबिक  जर्मनी में एटीएम के खिलाफ विस्फोटक हमले एक बढ़ती हुई चिंता है, क्योंकि इन घटनाओं से अक्सर स्थानीय निवासियों और दर्शकों के जीवन प्रभावित होते हैं। इस प्रकार के अपराध को रोकने और उससे निपटने के लिए कानून प्रवर्तन और एटीएम उद्योग के बीच सहयोग की भावना सर्वोपरि है। इस संबंध में, यूरोपोल (Europol) और यूरोपीय अपराध निवारण नेटवर्क (EUCPN) ने एटीएम पर हो रहे  हमलों को रोकने के लिए कई सिफारिशों पर काम भी किया है।

इसके अलावा यूरोपोल (European Union for law informant cooperation) वेबसाइट ने लिखा है कि मामले की सफल जांच यूरोपोल और ईयूपीसीएन ( European Crime Prevention Network Secretariat ) के बेहतर सहयोग से ही सम्भव हुआ है।