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राजस्थान के चुरू में सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ सत्याग्रह

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राजस्थान सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ अखिल राजस्थान संयुक्त कर्मचारी  महासंघ के तत्वधान में महासम्मेलन का आयोजन चुरू कलेक्ट्रेट के सामने किया गया.
 
जिसमे कर्मचारियों ने  सरकार के खिलाफ जमकर हुंकार भरी गयी. जिला ग्रामसेवक संघ के अध्यक्ष रामनिवास पूनियां ने अपने सम्बोधन में कहा कि, हमने राज्य सरकार को बार बार अल्टीमेटम दे दिया. अब 11 तारीख से अन्न जल त्याग कर 48 से 6 कर्मचारी आमरण अनशन पर बैठे हैं पर सरकार के कानों में जू तक नहीं रेंग रही है.
उन्होंने अपने सम्बोधन में  गाँधी जी के सत्याग्रह का जिक्र करते हुए कहा कि, जब अंग्रेज कोई भी बात नही सुन रहे थे तो गाँधी जी ने सत्याग्रह किया था. इस सरकार का हाल भी वैसा ही हाल  है और कर्मचारी मजबूर हैं.
इस सम्मेलन की अध्यक्षता  आदुराम न्यौल ने की. और  शीशपाल पुनिया,भवरलाल गुजर्र, भवरलाल कस्वां , तिरलोक किलका,रामकुमार खिचड इतियादी वक्ताओं ने सम्बोधन किया.
आपको ज्ञात रहे  कि, सरकार अपने चार साल पूर्ण होने पर, जोर शौर से जश्न मना रही है.
उधर पुरे राज्य के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर काफी समय से संघर्ष कर रहे हैं.

ये संगठन शामिल

इस महासम्मेलन में  शिक्षक , पटवारी ग्रामसेवक, नल मजदूर संग , स्वास्थ्य , आयर्वेद, आंगनवाडी , पंचयत प्रसार अधिकारी, कनूगो,गिरदावर,सस्कर्ता प्रेरक, भू मापक ये संगठन शामिल हैं.

मुख्य मांगे

7वाँ वेतन आयोग 1 जनवरी 20 16 से लागु करना.
पे मैट्रिक केंद्र सरकार के सम्मान राज्य कर्मचरियों को देना.
1900 से 2800 तक ग्रेड पे वाले वेतन से वसूली बंद करना .