..अब गुरुग्राम में गुरुद्वारे और घरों में पढ़ी जाएगी नमाज़

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गुरुग्राम (gurugram) में मुस्लिम (muslim) समुदाय के खुले में नमाज़ (namaz) पढ़ने पर विवाद चल रहा है। कुछ लोग और संगठन इस बात से नाखुश है कि पूरी जमात यानी एक साथ बड़ी संख्या में लोग सड़कों और खाली मैदानों में जुमे की नमाज़ अदा करते हैं। लोगो का कहना है कि सड़कों और खुले पर नमाज़ पढ़ने के कारण सड़के जाम हो जाती है और आने जाने में समस्या का सामना करना होता है।

जिसके चलते कुछ हिन्दू संगठनों (hindu sangthan) और बजरंग दल (bajrang dal) जैसे दलों ने नमाज़ पढ़ने वाली जगहों पर या तो गोबर के उपले रख दिये या उस जगह पर लोग पूजा अर्चना करने लगे। बता दें कि, प्रशासन की तरफ़ से नमाज़ पढ़ने की अनुमति दी गयी थी लेकिन बढ़ते विवाद के कारण प्रशासन भी फैल है।

अब गुरुद्वारा और घरों में पढ़ी जाएगी नमाज़ :

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक अब गरुग्राम के सदर बाजार में स्थित गुरुद्वारा में नमाज़ पढ़ी जाएगी। इसकी जानकारी NDTV पर गुरुद्वारा के शेरदिल सिद्धू ने खुद दी, उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं। आप गुरुद्वारा में आकर नमाज़ पढ़ सकते हैं।


यहां किसी भी धर्म और जाति के लोग आ सकते हैं, यहाँ किसी के आने पर मनाही नहीं हैं। गुरुद्वारा गुरु की इबादत का स्थल है, जहां सिर्फ गुरु की इबादत होती है चाहे फिर वो मुस्लिम भाई करे या हिन्दू भाई। वही कुछ लोगो ने अपने घरों और दुकानों में नमाज़ अदा करने की बात कही।

कुछ लोग माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं :

गरुग्राम के मुफ़्ती मोहम्मद सलीम काज़मी ने कहा गरुग्राम में भाईचारा हमेशा से है, लेकिन चंद लोग हैं जो माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। गरुग्राम में लोग बाहर से आए है, अपनी फैक्ट्री और कंपनियां लगाई है और यहाँ बसे हैं। यहाँ की तरक्की का राज़ ही यही है कि हर क्षेत्र के लोग यहाँ मौजूद हैं। जिनमे मुसलमान भी एक हैं।

Photo : YouTube

मुसलमानों की एक ज़रूरत है कि वो जुमे की नमाज़ जमात में पढ़ता है, बाकी 5 वक्त की नमाज़ घर, मकान और दुकानों में पढ़ी जाती है। खुले में नमाज़ पढ़ना हमारी मजबूरी थी, लेकिन कुछ लोगो ने सियासत के लिए इसे विवाद का मुद्दा बना दिया।

जुमे के दिन हिन्दू संगठन ने धर्मिक नारे लगाए थे :

बता दें कि दिवाली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा वाले दिन कुछ हिन्दू संगठनों ने मुस्लिम समुदाय को नमाज़ पढ़ने नहीं दी थी। जिस जगह को लेकर विवाद है वहां नमाज़ से पहले ही पंडाल लगा लिए गए थे। वहां गोबर के उपले रखे गए और गोवर्धन पूजा भी की गई। इसी वक्त वहां BJP के नेता कपिल मिश्रा भी पहुंचे थे।


जिन्होंने जमकर नारे बाज़ी की थी। और धार्मिक नारे भी लगाए। इस दौरन मुफ़्ती काज़मी ने मीडिया से कहा था कि गरुग्राम में नमाज़ पढ़ने के केवल 8 स्थल है और नमाज़ पढ़ने वालों की संख्या काफी बड़ी है। यही कारण है कि वो खुले में नमाज़ अदा करने को मजबूर हैं।


पाकिस्तान ने कहा, भारत के राज्यों में मस्जिदों में तोड़फोड़ से चिंतिंत हैं :

BBC की रिपोर्ट के मुताबिक अब गरुग्राम में नवाज़ को लेकर जो विवाद चल रहा है उसमें पाकिस्तान का बयान भी आया है। एसोसिएट प्रेस ऑफ पाकिस्तान में पकितानी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है, ” हम BJP शासित उत्तर प्रदेश और हरियाणा में प्रशासन के साथ संघ परिवार द्वारा मस्जिदों पर हमले और तोड़फोड़ से चिंतिंत है”

इस पत्र में आगे कहा गया है कि शुक्रवार को जब कई जगहों पर नमाज़ अदा की जानी थी, तब उत्तर प्रदेश के बजरंग दल और कुछ हिन्द समूहों ने नमाज़ पढ़ने की जगह पर हंगामा किया और धार्मिक स्थलों का अपमान किया।