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ABVP के हमले से मोहित पांडे को बचाते हुए JNU के गार्ड का पैर टूटा

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जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और युवा सोशल एक्टिविस्ट मोहित पांडे पर जानलेवा हमला हुआ है. मोहित और उनके साथियों के अनुसार हमला करने वाले ABVP के लोग थे.
ज्ञात होकि शुक्रवार को जेएनयू के साबरमती ढ़ाबा के नजदीक संघ से जुड़े संगठन विवेकानंद विचार मंच की ओर से फिल्म इन द नेम ऑफ लव का स्क्रिनिंग रखा गया था. यह फिल्म कथित लव जिहाद के नाम पर बनाई गई थी.
जब इसकी भनक जेएनयू छात्रसंघ को लगी तो उन्होंने इसका विरोध किया. इस विरोध के बाद एबीवीपी कार्यकर्ता उनसे उलझ गए, जो बाद में मारपीट में बदल गई.
इस मामले में वसंत कुंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. जेएनयू के पूर्व संयुक्त सचिव एबीवीपी के सौरभ शर्मा सहित कई अन्य उपस्थित ABVP नेताओं के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.
बताया जाता है, कि जब मोहित पांडे और उनके साथियों पर हमला किया गया, तो गार्ड ने उन्हें बचाने की कोशिश की. जिसमे वो कामयाब भी हुआ, पर इस कोशिश में गार्ड की टांग टूट गई है.

इस हमले पर मोहित पांडे ने अपनी फ़ेसबुक वाल पर लिखा है

जब संघी गुंडों ने मेरे ऊपर हमला किया तो मेरे साथी Presenjit Gautam ने मुझे अपने गाड़ी में बैठा लिया इस गाड़ी पर संघी गुंडे टूट पड़े और मुझे गाड़ी से खींच कर मारने लगे तथा गाड़ी पर चढ़ कर शीशा तोड़ दिए किसी तरह गॉर्ड और कुछ स्टूडेंट उन संघी दंगाइयों के बीच से अपनी जान पर खेलकर गाड़ी निकलवाई.
मैं शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ उस बहादुर गार्ड साहब का जिन्होंने संघी गुंडों के बिच से अपनी जान पर खेल मुझे बाहर निकलवाया. मुझे दुःख है की संघियों की इस लिंचिंग की घटना से मुझे बचाने की कोशिश में उस बहादुर गार्ड की पैर टूट गयी.

 

पत्रकार मुहम्मद अनस ने इस घटना पर अपनी फ़ेसबुक वाल पर लिखा

जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष Mohit K Pandey पर एबीवीपी के गुंडों ने किया जानलेवा हमला. मोहित को गंभीर चोट लगी है. यह हमला कैम्पस के भीतर किया गया है. Pradeep Narwal ने बताया कि ABVP के गुंडों की तादाद सौ से ज्यादा थी तथा मोहित एवं बाकि कॉमरेड्स सिर्फ पांच छह की तादाद में.

वहीं जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष और रिसर्च स्कॉलर शेहला राशिद ने कहा

आज शाम साबरमती ढाबा की घटना ने नजीब के लिंचिंग वाले घटना को बिल्कुल ताज़ा कर दिया. आप तस्वीरों में देख सकते हैं की किस तरह ABVP के लगभग पचास गुंडे Mohit K Pandey ऊपर चढ़ कर जान लेने की कोशिश कर रहे थें.
जब जान बचाने के लिए Mohit एक कार में बैठा तो उस कार के ऊपर यही संघी गुंडे मोब लिंचिंग करते हुए टूट पड़ें और कार के शीशे को तोड़कर Mohit बाहर घिंचने और मारने लगें।
किसी तरह Mohit जान बचाकर निकलें.

वहीं एक और छात्र नेता प्रदीप नरवाल ने अपनी फ़ेसबुक वाल से मोहित पांडे पर हमला करने वालों के नाम और जानकारी दी

उन्होंने लिखा – जेएनयू केम्पस में  JNUSU फार्मर प्रेसिडेंट Mohit K Pandey और Prasenajit gautam पे Abvp का जानलेवा हमला। मारने वालो में Venkat Choubey Saurabh sharma Durgesh kumar Rahul singh rajput Akhilesh pathak ashutosh satvik Deepender rathore vikrant और बहूत सारे लोग थे.

सुयश सुप्रभ लिखते हैं

आज जेएनयू में एबीवीपी ने Mohit K Pandey और दूसरे साथियों पर जानलेवा हमला किया। साबरमती ढाबे पर विवेकानंद विचार मंच ने हादिया और दूसरी लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बताने वाली मनगढंत कहानी पर आधारित फ़िल्म दिखाई थी.
लोगों में फूट डालने और सांप्रदायिकता का ज़हर फैलाने वाली इस फ़िल्म का शांतिपूर्वक विरोध करना एक लोकतांत्रिक अधिकार है और जेएनयू के साथी यही काम कर रहे थे. दर्जनों संघी गुंडों ने कार के शीशे तोड़कर मोहित को घायल कर दिया. नजीब के साथ भी इन गुंडों ने यही किया था.
जेएनयू में प्रशासन और संघी गुंडों ने भय और आतंक का माहौल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. यही माहौल पूरे देश में दिख रहा है. एबीवीपी के सौरभ शर्मा को प्रशासन भवन में जितनी इज़्ज़त मिलती है उतनी तो पुरानी सोच वाले घरों के दामादों को भी नहीं मिलती. जिस संघी प्रोफ़ेसर पर यौन शोषण का आरोप है, उसे प्रशासन ने कई गार्डों की सुरक्षा दे रखी है. आरएसएस के पास देश के लिए यही एक मॉडल है.