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मंदसौर के मुस्लिम चाहते हैं बलात्कारी इरफ़ान के लिए सज़ा-ए-मौत

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मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है. यहाँ एक आठ साल की बच्ची के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है. जैसे जैसे इस घटना में जांच आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा हो गई है.
इस घटना के आरोपी इरफान ने 8 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया इसके बाद उस ने जो हैवानियत की उसकी कोई कल्पना भी नही कर सकता है. आरोपी ने मासूम बच्ची के प्राइवेट पार्ट में रॉड या लकड़ी जैसी चीज डाल दी. नयी दुनिया अखबार के अनुसार रॉड घुसेड़ देने की वजह से लड़की की आंतें बाहर आ गई थीं.

बलात्कारी को मुस्लिम समाज ने मौत की सज़ा देने की मांग की है, ज्ञात होकि देश में आये दिन बलात्कार अजिसे अपराध में भी राजनीति की जाने लगी है. जिसके नतीजे में कठुआ रेप काण्ड और हत्या के बाद वहाँ पर आरोपी के धर्म के नाम पर उसका बचाव करते हुए रैली भी निकाली गई थी. पर मंदसौर में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, बल्कि मुस्लिमों ने आरोपी को मौत की सज़ा देने की मांग की है.
इंदौर के एमवायएच अस्पताल के डॉक्टरों ने तीन घंटे तक लंबे और जटिल ऑपरेशन के बाद बच्ची की जान बचाई गई है. एमवायएच के बाल शल्य चिकित्सा विभाग के प्रमुख ब्रजेश लाहोटी ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया कि कल रात बच्ची की सर्जरी की गयी है जिसके बाद वह खतरे से बाहर है.
मंदसौर पुलिस के अनुसार एक प्राइवेट स्कूल में तीसरी क्लास की बच्ची के गुमशुदगी की शिकायत पुलिस को मिली थी. तलाशी के दौरान पुलिस को बुधवार 26 जून की शाम शहर बस स्टैंड के समीप लक्ष्मण दरवाजे के झाड़ियों में घायल अवस्था में बच्ची मिली थी.
इसके बाद बुधवार को एमवायएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पुलिस ने बताया कि आरोपी इरफान उर्फ भय्यू खान पिता जहीर खान ने बलात्कार के बाद हत्या के इरादे से धारदार हथियार से उसे गंभीर चोटें पहुंचायी थीं. डॉक्टरों के अनुसार बच्ची दहशत में है और किसी से बात नहीं कर रही है.
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी 20 वर्षीय इरफान ने पूछताछ के दौरान अपना आरोप कबूल कर लिया है. उसने बच्ची का अपहरण उसके साथ बलात्कार और फिर उसकी गला रेत कर हत्या करने की भी कोशिश की. इसके आलव आरोपी के खिलाफ पहले से भी कई मामले दर्ज हैं. शहर भर में इस घटना के बाद से ही लोगों में आक्रोश है. लोगों ने आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग करते हुए बाजार बंद रखे.