गुमनामी, शोहरत और फिर गुमनामी के बाद रानू मंडल एक बार फिर चर्चा में…

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Nidhi Arya

बॉलीवुड जिसे मुंबई की माया नगरी भी कहा जाता है, यहां लाखों लोग अपने सपनो का पिटारा लेकर कुछ बनने आते हैं। अपने सपनो को साकार करने के लिए दिन-रात एक कर देते हैं। जमकर संघर्ष करते हैं। कुछ लोग आगे निकल जाते हैं और कुछ वहीं पर ही रह जाते हैं। लेकिन अब सोशल मीडिया के जमाने में सबकुछ बदल गया है। यहां पर ऐसे व्यक्ति भी है,  जो रातों-रात स्टार बन जाते हैं, जिन्हें हम पहले जानते तक नहीं।

2 साल पहले ऐसे ही नाम सुर्खियों में रहा था,” रानू मंडल”। लता मंगेशकर का गाना “एक प्यार का नगमा है”जिसे रानू मंडल रेलवे प्लेटफार्म पर गा रही थी जिसकी वीडियो बनाकर किसी ने सोशल मीडिया पर डाल दिया और उसी दिन से रानू मंडल की जिंदगी बदल गई थी। लोगों ने उनकी आवाज की तुलना भी लता मंगेशकर से की थी।

वेस्ट बंगाल की रहने वाली हैं रानू मंडल

रानू मंडल वेस्ट बंगाल के रानाघाट की रहने वाली है।  रानू मंडल की सुरीली आवाज का जादू सबके सिर चढ़कर बोला। इसके बाद कई रियलिटी शोज में भी इन्हें गाने का मौका दिया गया। जहां इन्होंने खुद की कहानी को भी सुनाया था। उन्होंने बताया कि उनका अपना कोई घर नहीं है और वह गाने गा -गा कर ही अपना गुजारा करती हैं।

हिमेश रेशमिया ने उन्हें अपनी फिल्म” हैप्पी हार्डी एंड हीर” में तेरी मेरी कहानी गाने का मौका दिया था। हिमेश के साथ रानू का ओरिजिनल गाना जबरदस्त हिट हुआ था। रिपोर्ट है कि गाने के बदले में उन्हें जबरन पांच से सात लाख की फीस भी दी गई थी। पहले रानू गाने के बदले हिमेश से फीस नहीं ले रही थी।

सेलिब्रिटी  बनने के बाद बदल गया था जीवन

सेलिब्रिटी बनने के बाद उनका पहनावे बदलने के साथ-साथ उनका जीवन भी पूरी तरह से बदल गया था। जिन रिश्तेदारों ने जीवन में उनकी कोई खैर-खबर भी नहीं ली, वो भी उन्हें ढूंढ कर पता ले रहे थे।

इतना मशहूर होने के बाद उनके तेवर में बदलाव देखने को मिलने लगा था।  और कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक रानू मंडल ने प्रशंसकों और रिपोर्टर से बदसलूकी भी की थी। यहां तक भी कहा जा रहा था कि अचानक से मिली इतनी शोहरत  में वो घमंडी हो गई है।

रानू मंडल के जीवन पर बनने जा रही है बायोपिक

शोहरत मिलने के बाद रानू मंडल एक बार फिर गुम हो गई थीं, पर अब वो एक बार फिर से चर्चा में हैं। दरअसल, उनके जीवन पर बायोपिक के कारण उनका नाम एक फिर से सुर्खियों में है। बायोपिक की बात करें तो ये हिंदी में ही बनने जा रही है। इस फिल्म के निर्देशक ऋषिकेश मंडल ने एक इंटरव्यू में बताया है कि इस फिल्म के लिए उन्हें बहुत मशक्कत करनी पड़ी। क्योंकि फिल्म में लीड रोल के लिए कई हीरोइनों ने तो मना कर दिया था। 

खबरों के मुताबिक इसमें रानू मंडल का रोल पहले सुदिप्ता चक्रवर्ती करने वाली थी लेकिन डेट्स में क्लैश की वजह से उन्हें यह फिल्म छोड़नी पड़ी। अब यह फिल्म बंगाली और बॉलीवुड इंडस्ट्री में काम कर चुकी एक्ट्रेस इशिका डे रानू मंडल की बायोपिक में नजर आएंगी।

वहीं ऋषिकेश मंडल जोकि इस फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं।  उनकी मेहनत सफल हुई। ऋषिकेश मंडल का सफर भी बॉलीवुड में बहुत संघर्ष भरा रहा है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वे रानू मंडल की जिंदगी को अपने से जोड़कर देखते हैं। उन्होंने बताया की वे फिल्म इंडस्ट्री में बतौर एक्टर काम कर चुके हैं, लेकिन ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सके। फिल्म का टाइटल “मिस रानू मारिया” रखा गया है।

लाल कप्तान और सेक्रेड गेम्स जैसी प्रोजेक्ट्स मे काम कर चुकी हैं इशिका डे

इस फिल्म में रानू मंडल की भूमिका इशिका डे बनाने जा रहे हैं।  बता दें कि इशिका इससे पहले लाल कप्तान और सैक्रेड गेम्स में भी नजर आ चुकी है। ई-टाइम्स से बात करते हुए इशिका ने कहा कि जल्दी ही इस बायोपिक की शूटिंग कोलकाता और मुंबई के इलाकों में शुरू हो जाएगी। इस मूवी को वही फिल्माया जाएगा। जहां रानू मंडल रियल लाइफ में रही है।

क्या फिल्म में हिमेश रेशमिया भी नजर आएंगे? इसके जवाब में इशिका ने कहा है कि उनके साथ लगातार संपर्क जारी है और डायरेक्टर भी यही उम्मीद कर रहे हैं कि हिमेश रेशमिया उनके साथ काम करने को तैयार हो जाएंगे। 

इस फिल्म के लिए इशिका को भी बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ रही है।  खबरों की माने तो इशिका ने 2 महीने में ही 10 किलो वजन घटा लिया है। बता दें कि, इशिका सेहत में बहुत ही हेल्दी और फूडी है।

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जिसमें कुछ समय के लिए डाइटिंग पर भी है। उन्होंने कहा कि रानू मंडल ने 12 साल तक प्लेटफार्म पर भीख मांग कर अपना गुजारा किया है। उस लुक  में आने के लिए उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है। फिल्म के लिए उन्हें ट्रांसफॉरमेशन से होकर भी गुजरना होगा। एक्ट्रेस की माने तो इस किरदार में ढलने के लिए उन्हें अपने खान-पान और जीवनशैली के साथ भी समझौता करना पड़ रहा है। 

कई हीरोइन इस रोल के लिए कर चुकी हैं मना

इशिका ने बताया कि उन्होंने इस फिल्म के लिए हामी 138 पेज की स्क्रिप्ट पढ़ कर 3 अगस्त को फिल्म में काम करने के लिए हां किया था। रानू मंडल की कहानी इशिका को बहुत इंस्पायरिंग लगती है। जहां पर कई हीरोइनों ने इसलिए मना कर दिया था की ,जिस तरह से रानू मंडल का कैरियर डूब गया है।

उसी तरह लोग भी उन्हें भूल जाएंगे। रानू मंडल के कैरेक्टर को वो एक चैलेंज की तरह ले रही हैं। इस कैरेक्टर के विभिन्न पहलू हैं। ये एक जीवन की तरह है। हम लोग ना तो पूरी तरह से अच्छे होते हैं और ना ही हम पूरी तरह से खराब होते हैं। हम सही या गलत सिर्फ और सिर्फ हालातों की वजह से होते हैं।