एक तबका है, जिसका काम है ज़हर को बैलेंस करना
एक तबका है,जिसका काम “बैलेंस” करना है,जिसका काम डैमेज कंट्रोल करना है,जिसकात काम “ज़हर” फ़ैलाना है,जिसका काम किसी भी मुद्दे को घुमाना है,ये तबका बहुत चालाकी...
एक तबका है,जिसका काम “बैलेंस” करना है,जिसका काम डैमेज कंट्रोल करना है,जिसकात काम “ज़हर” फ़ैलाना है,जिसका काम किसी भी मुद्दे को घुमाना है,ये तबका बहुत चालाकी...
धन्य है रिलायंस का नेटवर्क जो हमें समय समय पर ये एहसास कराता है कि फेसबुक ही नहीं इंटरनेट और दूरसंचार सेवाओं के बिना भी जीवन...
एक साया सा फ़ैल गया है हर सिम्त दिल के भीतर / और वहीं बैठ गया है चुपचाप आजकल एक डर मन करता है उस डर...
मशहूर समाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने आतंकी भीड़ द्वारा की जा रही हत्याओं के विरोध में अपना आवार्ड लौटा दिया। आवार्ड लौटाने पर भाजपा सांसद परेश...
ख़ामोशी तो अब तोड़नी पड़ेगी… क्योंकि इंसानियत अब मर चुकी है… कहाँ हैं फेसबुक पर नफ़रतों से भरे मुल्ला और कटुवा कहकर ग़ाली देने वाले लोग…...
आखिर ये सिलसिला कहाँ रुकेगा? गोहत्त्या के नाम पर उत्तर प्रदेश के दादरी में अख़लाक़ के घर में घुस कर पगलाई भगवा आतंकियों की भीड़ ने...
भारत और पाकिस्तान का मैच है,पूरी तेयारी है आखिर क्रिकेट का सबसे बड़ा मुकाबला जो ठहरा,और इससे भी ज्यादा 1947 से लेकर आज तक के तमाम...
08 नवंबर 2016 को नोटबंदी का एलान करते वक़्त बताया गया कि कुल 13.82 लाख करोड़ रुपये की मुद्रा प्रचलन से बाहर कर दी गई है।...
ज़ुलैख़ा जबीं सहारनपुर धधक रहा है उसकी आंच में पूर्व नियोजित राजनीतिक रोटी सेंकी जानी है. वर्ण समर्थकों की कुंठा का ज़हर देश के गली मोहल्लों...
सेवा में, श्रीमान नरेंद्र दामोदर मोदी प्रधानमन्त्री भारत सरकार महोदय, निवेदन यह है कि आपने तीन साल पहले देश के संविधान की शपथ लेकर देश में...
इंकलाबी सरजमीं मेरठ के इंकलाबी शायर मरहूम हफीज मेरठी साहब का एक शेर है- आज ये तय पाया है हूकुमत के इजारेदारों में जो हम पर...
आज का छत्तीसगढ़ कभी धान का कटोरा कहलाता रहा है. अविभाजित मध्य प्रदेश से 1 नवम्बर 2000 में अलग होकर ये एक राज्य की शक्ल...